वॉशिंगटन। फेसबुक द्वारा अपनी आलोचना को दबाने के लिए पब्लिक रिलेशन (पीआर) फर्म नियुक्त करने की खबर आने के बाद निवेशकों ने मार्क जकरबर्ग से चेयरमैन पद से इस्तीफा देने की मांग की है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने हाल ही में एक रिपोर्ट प्रकाशित कर खुलासा किया गया कि फेसबुक, कई बार अपनी आलोचनाओं को दबाने और लोगों के मन में कंपनी के खिलाफ भरे गुस्से को अपनी प्रतिद्वंदी कंपनियों के तरफ मोड़ने का काम करती है।
फेसबुक ने अपने आलोचक ऐक्टिविस्ट्स को यहूदी विरोधी साबित करने और अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस से जोड़ने की कोशिश भी की। वहीं टेलीग्राफ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 2016 के अमेरिकी चुनावों में रूसी दखल और कैंब्रिज एनालिटिका के मामले में अपनी आलोचना को दबाने के लिए उसने रिपब्लिकन पीआर कंपनी डिफाइनर्स पब्लिक अफेयर्स की सहायता ली है।
इन खबरों पर फेसबुक में 85 लाख पौंड की हिस्सेदारी रखने वाले ट्रिलियम एसेट मैनेजमेंट के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट जोनास करॉन ने पिछली रात जकरबर्ग से फेसबुक के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने की मांग की। अखबार ने उनके हवाले से लिखा है, ‘फेसबुक अजीब तरह का व्यवहार कर रही है।
यह सही नहीं है, यह एक कंपनी है और कंपनियों को चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पदों को अलग रखने जरूरत होती है।’ आरोप है कि डिफाइनर ने फेसबुक की आलोचना करने वालों को यहूदी विरोधी के तौर पर पेश करने की कोशिश की, साथ ही इसने फेसबुक के प्रतिद्वंद्वियों की आलोचना के लिए कई आर्टिकल भी लिखे।
खबरों के अनुसार, फेसबुक की आलोचना करने वाले ग्रुप्स फत्रकारों की मदद से अरबपति जॉर्ज सोरोस से जोड़ने की कोशिश भी की गई। माना जा रहा है कि जकरबर्ग पर हो रहे इस तरह के हमले फेसबुक के पॉलिसी और कम्यूनिकेशन के नए ग्लेबल हेड सर निक क्लेग के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं। क्लेग को फेसबुक द्वारा लॉबिंग फर्म्स के इस्तेमाल की प्रक्रिया को रिव्यू करने को कहा गया है।
आपको बता दें कि गुरुवार को जकरबर्ग ने एक पत्रकार से बातचीत में कंपनी द्वारा पीआर फर्म की नियुक्ति के बारे में जानकारी होने से इनकार किया है। जकरबर्ग ने कहा, ‘मुझे जैसे ही इसके बारे में जानकारी मिली, मैं अपनी टीम से बात की और अब हम उनके साथ काम नहीं कर रहे हैं।’