नई दिल्ली । प्राइवेट सेक्टर के येस बैंक के गैर-कार्यकारी चेयरमैन अशोक चावला ने तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह जानकारी खुद बैंक ने दी है। सूत्रों के मुताबिक, चावला ने खुद पद छोड़ने की पेशकश की क्योंकि निदेशक मंडल में उनके बने रहने पर लगातार विवाद उत्पन्न हो रहा था क्योंकि एयरसेल-मैक्सिस मामले में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) की चार्जशीट में उनका नाम सामने आया था।
बैंक ने अपनी नियामकीय फाइलिंग में बताया, “येस बैंक यह घोषणा करता है कि अशोक चावला जो कि नॉन एग्जीक्यूटिव इंडिपेंडेंट पार्ट टाइम चेयरमैन हैं ने बैंक बोर्ड के समक्ष तत्काल प्रभाव से अपने इस्तीफे की इच्छा जताई थी। उन्होंने यह उल्लेख किया था कि बैंक को एक ऐसे चेयरमैन की जरूरत है जो कि ज्यादा समय और ध्यान दे सके।”
बैंक ने बताया कि वो रिजर्व बैंक की मंजूरी के बाद नए चेयरमैन की नियुक्ति की घोषणा करेगा। सूत्रों के मुताबिक, जुलाई में प्रमुख जांच एजेंसी सीबीआई की ओर से एयरसेल-मैक्सिस मामले में दायर आरोपपत्र में नामित होने के बाद येस बैंक के बोर्ड से शेयरहोल्डर्स, स्टेकहोल्डर्स और नियामक सेबी की ओर से चावला के येस बैंक के बोर्ड में बने रहने को लेकर लगातार सवाल पूछे जा रहे थे।
गौरतलब है कि पूर्व वित्त सचिव चावला भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग के चेयरमैन के तौर पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वहीं चावला के अलावा एक अन्य स्वतंत्र निदेशक वसंत गुजराती ने अपनी निजी कारणों से अपना इस्तीफा दे दिया है।