19 नवम्बर को उठेंगे देव, मांगलिक कार्यों की रहेगी धूम

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कोटा । इस बार अस्त गुरु में 19 नवंबर को देव उठेंगे। देवउठनी एकादशी का अबूझ सावा होने से इस दिन शादी समारोह की धूम रहेगी। इस दिन तुलसी विवाह होगा। इस बार नवंबर व दिसंबर में तीन सावे है। इसके बाद अगले साल 15 जनवरी को पहला सावा होगा। जनवरी में 9 सावे है।

ज्योतिषियों का कहना है कि 14 नवंबर को सुबह 10.50 बजे गुरु तारा पश्चिम दिशा में अस्त होगा। 9 दिसंबर को शाम 4.30 बजे गुरु तारा पूर्व दिशा में उदय होगा। इस कारण 19 नवंबर को अस्त गुरु तारे में ही देव उठेंगे। इस दिन अबूझ सावा होने के कारण शादी समारोह और मांगलिक कार्य होंगे। गुरु तारा उदय होने के बाद 12 दिसंबर को आठ रेखा व 13 दिसंबर को दस रेखा का सावा है।

16 दिसंबर को सुबह 9.09 बजे सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने के साथ ही मलमास प्रारंभ हो जाएगा। इस कारण वैवाहिक और मांगलिक कार्य नहीं होंगे। अगले साल 2019 में 14 जनवरी को सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ ही मलमास खत्म होगा। 15 जनवरी से फिर मांगलिक व वैवाहिक कार्य प्रारंभ होंगे।

देवउठनी एकादशी पर तुलसी विवाह की परंपरा
देवउठनी एकादशी पर तुलसी विवाह की परंपरा है। इस दिन को तुलसी विवाह के रूप में भी मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की शादी तुलसी जी के साथ हुई थी। लोगों को इस दिन तुलसी पूजन भी करना चाहिए। पूजन का श्रेष्ठ मुहूर्त शाम 5.25 बजे से 7.05 बजे तक व रात में 10.26 बजे से 12 बजे तक है।