*दिनेश माहेश्वरी
कोटा । कोचिंग संस्थानों को लेकर अकसर चर्चा में रहने वाला शहर कोटा एक बार फिर सुर्खियां बटोर रहा है। दरअसल, वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम लिस्ट में कोटा को 7वां सबसे अधिक घनी आबादी वाला शहर बताया गया है। कोटा में प्रति वर्ग किमी 12100 लोग रहते हैं। हालांकि इस मामले में कोटा से आगे भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई है।
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई को दूसरा सबसे अधिक घनी आबादी वाला शहर बताया गया है, यहां 31,700 प्रति वर्ग किमी की आबादी पाई जाती है। पहले स्थान पर ढाका वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की लिस्ट में बांग्लादेश की राजधानी ढाका को पहले स्थान पर रखा गया है।
यह विश्व में सबसे अधिक घनी आबादी वाला शहर है। यहां पर प्रति वर्ग किमी 44,500 की आबादी है। फोरम ने अपने लिस्ट में कुल 10 टॉप शहरों को शामिल किया है जहां सबसे ज्यादा आबादी पाई जाती है।
मेडेलिन तीसरे स्थान पर
कोलंबिया की राजधानी मेडेलिन को लिस्ट में तीसरा स्थान दिया गया है। यहां 19,700 प्रति वर्ग किमी की आबादी पाई जाती है। जबकि फिलीपिंस की राजधानी मनीला 14,800 प्रति वर्ग किमी की आबादी के साथ चौथे स्थान पर है।
मोरक्को के कासाब्लांका (14,200 प्रति वर्ग किमी) पांचवें स्थान पर है। नाइजीरिया के लागोस की आबादी 13,300 प्रति वर्ग किमी है और इसे लिस्ट में छठे स्थान पर रखा गया है।
7वें स्थान पर भारत का शहर कोटा है, जबकि सिंगापुर (10,200 प्रति वर्ग किमी) 8वें और इंडोनेशिया का जकार्ता (9,600 प्रति वर्ग किमी) 9वें स्थान पर है। दुनिया की सबसे घनी आबादी वाले शहरों में एशिया के छह.शहर, तीन अफ्रीका के जबकि एक साउथ अमेरिका का है।
ये है शहर में आबादी बढ़ने की वजह
वर्ल्ड इकोनॉमी फोरम ने कहा कि कई कारण से बहुत से लोग शहरी इलाकों में बसने का निर्णय लेते हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में सामान्य तथ्य यह है कि लोग शहर में काम करने की वजह… से रहते हैं।