नई दिल्ली। भारत और रूस के बीच 19वें शिखर सम्मेलन के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार को अपनी दो दिवसीय यात्रा पर दिल्ली पहुंच गए हैं। उनका स्वागत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने किया। शुक्रवार को दोनों देशों के बीच 10 अरब डॉलर से ज्यादा के सौदे पर बातचीत होने की संभावना है।
भारत और रूस के बीच 19वें शिखर सम्मेलन के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार को अपनी दो दिवसीय यात्रा पर दिल्ली पहुंच गए हैं। उनका स्वागत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने किया। शुक्रवार को दोनों देशों के बीच 10 अरब डॉलर से ज्यादा के सौदे पर बातचीत होने की संभावना है।
पुतिन के इस भारत दौरे पर मोदी सरकार तीन रूसी मिग-21 लड़ाकू विमानों को अपने पुराने दोस्त रूस को ही भेंट करने जा रही है। इसमें एक टाइप 75 और दो टाइप 77 एयरक्राफ्ट शामिल हैं। भारतीय रंगों से सजे यह तीन फाइटर प्लेन मास्को पहुंचेंगे।
जानकार बताते हैं कि 1963 में सोवियत संघ के जमाने में अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों ने भारत को लड़ाकू विमान देने से मना कर दिया था, तब रूस ने भारत को मिग-21 लड़ाकू विमान दिए थे। इसके बाद के सालों में भारत ने रूस से लगभग 1,200 मिग-21 हासिल किए। साथ ही इन्हें बनाने की पूरी तकनीक भी।
अब ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के तहत ये विमान भारत में बनाए जा रहे हैं। यह तोहफा जाहिर तौर पर भारत की रूस के प्रति उस भावना को बयां करेगा जिसे रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में ‘रूस के साथ भारत के रिश्तों को पुरानी और भरोसेमंद दोस्ती’ बताया था।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति पुतिन अपनी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। इस यात्रा में अरसे से लंबित एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम सौदे पर समझौता होना संभव बताया जा रहा है।