आईआईटी की 11,100 सीटों के लिए 1.74 लाख विद्यार्थियों का घमासान 21 को

0
916
नेशनल एक्सपर्ट - विशाल जोशी, निदेशक, न्यूक्लियस एजुकेशन और नरेंद्र अवस्थी, निदेशक, वायब्रेंट एकेडमी
  • जेईई-एडवांस्ड 2017: राज्य के 10 शहरों में होगी परीक्षा
  • इस वर्ष भी कोटा में परीक्षा केंद्र नहीं
  • भीषण गर्मी में 39,00ं0 कोचिंग विद्यार्थी दूसरे शहरों में देंगे पेप

अरविंद, कोटा।

21 मई को देश के 120 शहरों में 1 लाख 74 हजार परीक्षार्थी जेईई-एडवांस्ड,2017 परीक्षा देंगे। सभी केंद्रों पर पहला पेपर सुबह 9 से 12 बजे तथा दूसरा पेपर दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक होगा। इस फाइनल मुकाबले में जेईई-मेन से 2.20 लाख विद्यार्थियों को क्वालिफाई घोषित किया गया था लेकिन जेईई-एडवांस्ड के लिए 1.74 लाख परीक्षार्थियों ने ही आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन  कराया। इसमें 33,050 (19 प्रतिशत) गल्र्स होंगी। इसके आॅनलाइन प्रवेश पत्र जारी कर दिए गए।

आईआईटी, मद्रास की देखरेख हो रही आॅफलाइन प्रवेश परीक्षा के लिए राजस्थान के 10 शहरों में परीक्षा केंद्र घोषित किए गए।आईआईटी,मुबई जोन के अधीन जयपुर, अजमेर, जोधपुर, बाड़मेर, बीकानेर, भीलवाड़ा, पाली, टोंक तथा आईआईटी,दिल्ली जोन के अधीन सीकर, उदयपुर व अलवर शहरों में निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर दोनों पेपर होंगे।

कोटा के सभी कोचिंग संस्थानों से इस वर्ष जेईई-मेन में लगभग 39,000 विद्यार्थी जेईई-एडवांस्ड के लिए क्वालिफाई हुए। लेकिन आईआईटी बोर्ड ने इस वर्ष भी एजुकेशन हब कोटा में सेंटर घोषित नहीं किया, जिससे विद्यार्थियों एवं अभिभावकों में आक्रोश है।

उन्होंने बताया कि 45 से 46 डिग्री तापमान मे विद्यार्थियों को एक दिन पहले बस, ट्रैन  या टैक्सी से दूसरे शहरों में जाना पडे़गा। गर्मी के कारण उन्हें मानसिक, शारीरिक व आर्थिक परेशानी का सामना करना पडे़गा।

उल्लेखनीय है कि कोटा में अन्य सभी प्रतियोगी परीक्षाओं जेईई-मेन, नीट, कैट, क्लेट, सीपीटी, नेट, सीएस, बैंक काॅमन एग्जाम आदि के लिए सेंटर हैं।

आईआईटी में इस वर्ष 528 सीटें बढ़ी

2 अप्रैल को जेईई-मेन आॅफलाइन तथा 9 व 10 अप्रैल को आॅनलाइन परीक्षा में देश के 10 लाख 20 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए। जिसमें से 4 मई तक पंजीकृत हूए 1.74 लाख विद्यार्थी 23 आईआईटी की 11,100 सीटों पर एडमिशन के लिए जेईई-एडवांस्ड परी़क्षा देंगे।

गत वर्ष आईआईटी में 10,575 सीटें थीं, जिसमें 528 सीटें इस वर्ष बढ़ाई गई। खास बात यह कि जेईई-मेन में सामान्य वर्ग में न्यूनतम 81, ओबीसी में 49, एससी में 32, एसटी में 27 तथा दिव्यांग वर्ग में 1 अंक लाने वाले विद्यार्थी जेईई-एडवांस्ड देंगे । जेईई-मेन में 360 में से 360 अंक पाने वाले रेजोनेंस के क्लासरूम छात्र आॅल इंडिया टाॅपर कल्पित वीरवाल भी एडवांस्ड में टाॅप रैंक के लिए मुकाबला करेंगे।

फाइनल टिप्स –

  1. अंतिम 7 दिन में ऐसे तय करें जीत की मिस्ट्रीे
  2. दो राउंड में करें जेईई-एडवांस्ड का पेपर

आईआईटी में दाखिले के लिए सबसे कठिन परीक्षा जेईई-एडवांस्ड परीक्षा सामने है, इसलिए सभी परीक्षार्थियों के लिए अंतिम 7 दिन बहुत महत्वपूर्ण हैं। विद्यार्थियों ने जिस जोश व उत्साह के साथ पूरे वर्ष तैयारी की है, उस आत्मविश्वास को पेपर देने तक बनाए रखें। 21 मई को पेपर देने जाते समय ध्यान रहे कि हम जेईई-एडवांस्ड का पेपर देने जा रहे हैं, किसी ओर बात पर ध्यान न जाए।  

आपका हर कदम सफलता की ओर बढाएं-

  • अंतिम 6-7 दिनों में तनावमुक्त होकर 8 घंटे नींद अवश्य लें। रिलेक्स रहने का प्रयास करें।
  •  तेज गर्मी होने से इस समय ताजा फल, जूस, छाछ, लस्सी या ठंडे तरल पेय पदार्थ लें।
  •  अपने बायोलाॅजिकल सिस्टम को नहीं बदलें। रात में सोने का समय अंतिम दिनों में नहीं बदलें। देर रात तक पढने की आदत हो या सुबह जल्दी उठकर पढ़ते हों, उसे फोलो करें।
  •  बचे हुए दिनों में तीनों सब्जेक्ट में कोई नया चेप्टर नहीं देखें। एक्स्ट्रा नहीं पढें़। केवल जेईई-एडवांस्ड के पुराने पेपर साॅल्व करते रहें, जिससे किसी भी चेप्टर के वैटेज का पता चल जाए। आत्मविश्वास के साथ पेपर देने का फ्लेवर मन में बना रहे।
  •  दिमाग को हमेशा कंसेप्चुअल रखें, प्रतिवर्ष आईआईटी द्वारा पेपर पैटर्न में मामूली बदलाव किए जाते हैं। अपनी तैयारी पर 100 प्रतिशत भरोसा रखें।
  • पेपर हल करते समय उसे 2 राउंड में साॅल्व करें। पहले राउंड में ऐसे आसान क्वेश्चन चुनें, जिनमें समय बच सकता है। दूसरे राउंड में थोडे़ कठिन सवालों को लें, पहले राउंड के बचे हुए समय को इनमें लगाए। इससे टाइम मैनेजमेंट सही रहेगा।
  •  पेपर-1 तथा पेपर-2 दोनों समान महत्व रखते हैं। पेपर-1 देने के बाद क्वेश्चन या माक्र्स की तुलना न करें। 12 से 2 बजे के बीच कूल माइंड से केवल पेपर-2 के बारे में सोचें। दोनों पेपर में आसान, एवरेज व कठिन प्रश्नों का मिश्रण होता है, इसलिए इसमें समय न गवाएं।
  •  पुराने जेईई-एडवांस्ड पेपर की प्रेक्टिस करते समय फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथ्स तीनों में जिस सीक्वेंस से प्रश्न हल किए, मेन पेपर को अटैम्प्ट करते समय सीक्वेंस को बदले नहीं।
  •  पेपर में स्कोर के लिए निगेटिव मार्किंग महत्व रखती है, इसलिए किसी ंकठिन प्रश्न में 2 अंक माइनस होने का संशय हो तो उसे छोड़ना बेहतर है।
  • याद रहे, आपने जेईई-एडवांस्ड के पेपर में 60 से 70 प्रतिशत प्रश्न आत्मविश्वास के साथ हल किए हैं, तो आप सुरक्षित जोन में रहेंगे।