मुंबई। मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ऊंची लागत वाले ऋण के पुनर्वित्तपोषण के लिए विदेशी बाजार से 2.7 अरब डॉलर पूंजी जुटाने की तैयारी कर रही है। कंपनी का बकाया कर्ज मार्च 2018 की तिमाही तक के 2,18,763 करोड़ रुपये से बढ़कर जून 2018 में समाप्त तिमाही में 2,42,116 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
हालांकि, इस दौरान कंपनी के पास नकद उपलब्ध राशि मामूली बढ़कर 79,492 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। आलोच्य अवधि के दौरान कंपनी ने करीब 22 हजार करोड़ रुपये का पूंजीगत खर्च किया जिनमें से अधिकांश राशि दूरसंचार कंपनी जियो के ऊपर खर्च की गई।
कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अधिक जानकारी देने से मना करते हुए कहा, ‘हम इस वित्त वर्ष में विदेशी ऋण के जरिए 2.7 अरब डॉलर जुटाने की योजना बना रहे हैं। यह राशि कई खेप में जुटाई जाएगी और इसका इस्तेमाल ऊंचे ब्याज दर वाले ऋण के पुनर्वित्तपोषण में किया जाएगा।’ कंपनी ने 5 जुलाई को हुई वार्षिक आम बैठक में भुनाने योग्य गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर जारी करने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी की मांगी थी।