नई दिल्ली। ऊर्जा मंत्री आर. के. सिंह ने शुक्रवार को कहा कि सरकार कुछ महीनों में AC के डिफॉल्ट टेम्परेचर को 24 डिग्री पर सेट करने के आदेश दे सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी AC बनाने वाली कंपनियों के साथ एक मीटिंग हुई है। इसमें AC कंपनियों की ओर से भी सुझाव दिया गया है कि AC के टेम्परेचर को डिफॉल्ट 24 डिग्री पर सेट करने से लोगों का बिल तो कम होगा ही साथ ही लोगों की हेल्थ पर भी नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।
-ऐसे में एसी कंपनियों की ओर से इसे डिफॉल्ट 24 से 26 डिग्री के बीच सेट करने की बात कही है। इस दौरान बिजली मंत्री ने एयर कंडीशन लगे क्षेत्रों में बिजली की बचत के लिए एक अभियान भी शुरू किया। उन्होंने बताया कि एक डिग्री टेम्परेचर के बढ़ने से करीब 6 फीसदी बिजली की बचत हो सकती है।
होटल और ऑफिस में 18 से 21 डिग्री रहता है टेम्परेचर
उन्होंने आगे कहा कि एक इंसान की बॉडी का नॉर्मल टेम्परेचर 36 से 37 डिग्री के करीब होता है। लेकिन ज्यादातर होटल और ऑफिस में टेम्परेचर को 18 से 21 डिग्री के बीच रखा जाता है।
यह बिजली तो ज्यादा कंज्यूम करता ही है साथ ही स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा नहीं है। बिजली मंत्री ने यह भी कहा कि होटल्स में टेम्परेचर को 18 से 21 डिग्री के बीच रखा जाता है। ऐसे में लोगों को गर्म कपड़े पहनने पड़ते हैं और कंबल का प्रयोग करना पड़ता है। ऐसे में यह सिर्फ और सिर्फ बिजली की वेस्टेज है।
जापान में 28 डिग्री पर मेंटेन है टेम्परेचर
उन्होंने यह भी कहा कि बहुत से देशों जैसे कि जापान में टेम्परेचर को 28 डिग्री पर मेंटेन किया गया है। ऐसे में ऊर्जा मंत्रालय के मार्गदर्शन में ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) ने एक अध्ययन किया और इसके बाद यह सिफरिश की गई है कि एसी के टेम्परेचर को 24 डिग्री सेल्सियस पर डिफॉल्ट सेट कर दिया जाए। इससे बिजली की बड़े पैमाने पर बचत होगी।
साल में बचेगी 20 अरब यूनिट बिजली
ऊर्जा मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि ऐसा करने से सिर्फ एक साल में 20 अरब यूनिट बिजली की बचत हो सकेगी। वहीं, एक AC कंपनी की ओर से भी कहा गया है कि यह एकदम सही निर्णय है, जो कि सही दिशा में होगा।