नई दिल्ली। ग्लोबल मार्केट में क्रूड के दाम 80 डॉलर तक आने के बाद पेट्रोलियम मिनिस्टर धर्मेन्द्र प्रधान ने ओपेक संगठन के प्रमुख देश सऊदी अरब से कहा है कि वह दामों को स्टेबल रखे। प्रधान के अनुसार, क्रूड के दाम अचानक बढ़ने से देश के उपभोक्ताओं और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचता है। वहीं उपभोक्ता जागरण मंच का कहना है कि सरकार अंतरराष्ट्रीय बाजार की आड़ लेकर पेट्रोल और डीजल के दामों पर नियंत्रण नहीं रख पा रही है। जनता को खुले हाथो से लूटा जा रहा है।
प्रधान ने भारत का यह रुख सऊदी के एनर्जी मिनिस्टर खालिद अल फलिह से मुलाकात के दौरान रखा है। दोनों देशों के एनर्जी मिनिस्टर के बीच हुई मुलाकात के दौरान एनर्जी क्षेत्र में सहयोग पर वार्ता हुई। दूसरी तरफ देश में शुक्रवार को पेट्रोल के दाम में 29 पैसे की बढ़ोत्तरी की गई है। इसके बाद पेट्रोल के दाम 29 पैसे बढ़कर दिल्ली में 76.61 रुपए प्रति लीटर हो गए हैं। यह पेट्रोल का 5 साल का सबसे ऊंचा स्तर है।
नवंबर 2014 के बाद पहली बार 80 डॉलर के पार गया क्रूड
नवंबर 2014 के बाद पहली बार ब्रेंट क्रूड का दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में 80 डॉलर के पार निकला है। क्रूड के दाम बढ़ने के कई कारण हैं, जिसमें ओपेक व रूस द्वारा प्रोडक्शन घटाना, ईरान पर अमेरिका की तरफ से प्रतिबंध के बाद सप्लाई घटने का डर जैसे मामले शामिल हैं। ईरान कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। इसके अलावा वेनेजुएला से कच्चे तेल की आपूर्ति में कमी आना भी इसकी वजह है।
प्रधान ने चिंता जताई
प्रधान ने क्रूड के दाम बढ़ने पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इससे भारत के उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा, वहीं देश की अर्थव्यवस्था पर भी इसका असर पड़ेगा। यहां जारी एक बयान में बताया गया है कि प्रधान ने सऊदी के मंत्री से इसके दाम को स्थिर रखने पर जोर दिया है।
अल फलिह ने आश्वासन दिया
सऊदी के मंत्री अल फलिह ने इस दौरान आश्वासन दिया कि सऊदी खुद भी चाहता है कि ग्लोबल इकोनॉमी में ग्रोथ रहे, जिससे उसे भी फायदा होगा। उन्होंने कहा कि सऊदी कच्चे तेल की आपूर्ति को स्थिर रखने के अलावा अन्य तेल उत्पादक देशों से भी ऐसा करने करने के लिए बात करेगा। उन्होंने कहा कि पर्याप्त सप्लाई से दामों को स्थिर रखने में मदद मिलेगी।
पेट्रोल के दाम बढ़े
ग्लोबल मार्केट में क्रूड के बढ़ते दाम और डॉलर के मुकाबले रुपए की कमजोर होती स्थिति के चलते देश में पेट्रोल और डीजल सहित एविएशन फ्यूल के दाम बढ़ रहे हैं। सोमवार से अभी तक पेटोल के दाम में करीब 1 रुपए की बढ़ोत्तरी हो चुकी है। हालांकि कर्नाटक में चुनाव के चलते 19 दिनों तक पेट्रो उत्पादों के दाम नहीं बढ़ाए गए थे।
लेकिन उसके बाद से डीजल के दाम में करीब 1.15 रुपए प्रति लीटर की बढ़त हो चुकी है। शुक्रवार को पेट्रोल के दाम 29 पैसे प्रति लीटर बढ़ाए जाने से 5 साल के हाई पर आ गए हैं। अब दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 76.61 रुपए में मिल रहा है। वहीं डीजल के दाम दिल्ली में प्रति लीटर 67.08 रुपए हो गए हैं।
4 रुपए/ लीटर महंगा हो सकता है पेट्रोल
ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के मुताबिक, अगर सरकारी तेल कंपनियों को कर्नाटक चुनाव से पूर्व की मार्जिन स्थिति में पहुंचना है तो पेट्रोल-डीजल की कीमत में प्रति लीटर 4 रुपए तक की बढ़ोत्तरी हो सकती है। असल में कर्नाटक चुनाव के दौराल तेल कंपनियों ने 19 दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतें नहीं बढ़ाईं।
जिसके बाद 3 बार बढ़ोत्तरी की जा चुकी है। तब से पेट्रोल 69 पैसे प्रति लीटर महंगा हो चुका है, इसमें आज हुई 22 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई है। हालांकि इसमें 4 रुपए प्रति लीटर बढ़ोत्तरी होगी, तब कंपनियां चुनाव पूर्व मार्जिन की स्थिति में होंगी।