नई दिल्ली। करीब 13 हजार करोड़ रुपए के फ्रॉड का असर पंजाब नेशनल बैंक के तिमाही नतीजों में नजर आया। उम्मीदों के मुताबिक पंजाब नेशनल बैंक (PNB) को जनवरी-मार्च तिमाही में तगड़ा झटका लगा है। इस दौरान पीएनबी को स्टैंडअलोन बेसिस पर 13,417 करोड़ रुपए का घाटा हुआ, जो किसी भी घरेलू बैंक को हुआ अब तक का सबसे ज्यादा तिमाही घाटा।
वहीं एक साल पहले समान क्वार्टर के दौरान उसे लगभग 261 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ था। खराब नतीजों के बाद पीएनबी का स्टॉक लगभग 6 फीसदी गिरकर 84 रुपए पर आ गया। इस दौरान बैंक का बैड लोन 6 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया है।
नीरव मोदी फ्रॉड से बढ़ा घाटा
नीरव मोदी फ्रॉड के कारण हुए घाटे के लिए किए गए प्रोविजन के संबंध में बैंक ने कहा कि इसके लिए 7,178 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए हैं, जो 2017-18 के चौथे क्वार्टर के कुल 14,356 करोड़ रुपए के प्रोविजन का लगभग 50 फीसदी है। बाकी अमाउंट को मौजूदा वित्त वर्ष की तीन तिमाहियों में कवर किया जाएगा।
फरवरी में सामने आया था 13 हजार करोड़ का फ्रॉड
पीएनबी का मार्च तिमाही का रिजल्ट इसलिए भी अहम है, क्योंकि बैंक में भारत की बैंकिंग हिस्ट्री के सबसे बड़े फ्रॉड का खुलासा हुआ है। लगभग 13 हजार करोड़ रुपए का यह फ्रॉड दो ज्वैलरी ग्रुप्स से जुड़ा था, जिन्होंने पीएनबी स्टाफ द्वारा जारी फेक गारंटी से ओवरसीज क्रेडिट जुटाया था।
दूसरे बैंकों को चुकाने 6586 करोड़ रुपए
पीएनबी ने अपने स्टेटमेंट में कहा कि उसने इस फ्रॉड में जारी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स (एलओयू) और फॉरेन लेटर ऑफ क्रेडिट (एफएलसी) के एवज में अपनी लाइबिलिटीज की भरपाई करने के लिए दूसरे बैंकों को 6,586.11 करोड़ रुपए का भुगतान किया है।
इनकम में गिरावट, बढ़ाना पड़ा प्रोविजन
वहीं मार्च, 2018 में समाप्त तिमाही के दौरान बैंक की कुल इनकम 12,945 करोड़ रुपए रही, जबकि एक साल पहले समान तिमाही के दौरान यह आंकड़ा 14,989 करोड़ रुपए रही थी।
पीएनबी को वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही के दौरान 20,350 करोड़ रुपए का प्रोविजन करना पड़ा, जबकि एक साल पहले समान अवधि के दौरान 5750 करोड़ रुपए का प्रोविजन किया था।
18.38 फीसदी रहा ग्रॉस एनपीए
-बैंक का ग्रॉस एनपीए बढ़कर 18.38 फीसदी हो गया, जो इससे पिछली यानी दिसंबर में समाप्त तिमाही के दौरान 12.11 फीसदी के स्तर पर था।
-वहीं जनवरी-मार्च क्वार्टर के दौरान नेट एनपीए 11.24 फीसदी था, जबकि दिसंबर क्वार्टर तक नेट एनपीए 7.55 फीसदी ही थी।
-रुपए में बात करें तो तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में पीएनबी का ग्रॉस एनपीए 57519 करोड़ रुपए से बढ़कर 86620 करोड़ रुपए रहा है।
-वहीं , नेट एनपीए 34076 करोड़ रुपए से बढ़कर 48684 करोड़ रुपए रहा है।
FY18 में 12130 करोड़ का घाटा
फाइनेंशियल ईयर 2018 में पीएनबी का नेट लॉस 12130 करोड़ रुपए रहा है। जबकि फाइनेंशियल ईयर 2017 में बैंक को 1187 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।