कमजोर रुपए से AC-फ्रिज के दाम में हो सकती है 3-4 फीसदी तक बढ़ोतरी

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नई दिल्ली। कंज्‍यूमर ड्यूरेबल कंपनियां एसी और रेफ्रिजेरेटर के दाम जुलाई में बढ़ा सकती है। रुपए के कमजोर होने से बढ़ती लागत को देखते हुए कंपनियां 3-4 फीसदी कीमतें बढ़ा सकती है। कंपनियों के अनुसार जिस तरह से रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर हो रहा है, उसे देखते हुए वह जून के बाद कीमतों का रिव्यू कर सकती हैं।

अगर रुपए में ऐसा ट्रेंड जारी रहा तो कीमतों में बढ़ोतरी होना तय है। कंज्यूमर ड्यूरेबल कंपनियां मैन्युफैक्चरिंग के लिए करीब 40 फीसदी कंपोनेंट इंम्पोर्ट करती है। जिसकी वजह से रुपया कमजोर होने से उनकी लागत बढ़ जाती है।

3-4 फीसदी बढ़ेंगे दाम
विजय सेल्स के एमडी नीलेश गुप्ता ने बताया कि कंपनियां जून-जुलाई के बाद दाम बढ़ा सकती है। उन्होंने कहा कि बीते कुछ महीनों में प्लास्टिक, एलूमीनियम, कॉपर और स्टील के प्राइस बढ़ें हैं। साथ ही रुपए के कमजोर होने के अलावा क्रूड ऑयल, लॉजिस्टिक भी महंगा हुआ है। इंडस्ट्री के मुताबिक इसे कंपनियां कस्टमर को पास करने के बारे में सोच रही है और इंडस्ट्री 3 से 5 फीसदी दाम बढ़ा सकती है।

बढ़ गई है इन्पुट कॉस्ट
एसी, टीवी जैसे कन्जयूमर ड्यूरेबल प्रोडक्ट के ज्यादातर पार्ट्स इंपोर्ट होते हैं। वीडियोकॉन के सीनियर अधिकारी ने बताया कि कन्जयूमर ड्यूरेबल इंडस्ट्री 40 फीसदी कंपोनेंट इंपोर्ट करती है। डॉलर के मुकाबले रुपए के कमजोर होने से कन्जयूमर ड्यूरेबल कंपनियों की लागत पर 10 से 15 फीसदी की असर पड़ता है। डॉलर के मुकाबले रुपए के कमजोर होने का सीधा असर इंपोर्ट पर पड़ता है।

गर्मियों के बाद करेंगी मूल्यांकन
इंडस्ट्री का कहना है कि प्राइस बढ़ाने का असर गर्मियों में चल रही सेल पर नहीं पड़ेगा क्योंकि जो प्रोडक्ट सप्लाई चेन के पास है, उनके दाम नहीं बढ़ाएं जाएंगे। कंपनियां समर सीजन के बाद कॉस्ट और सेल का मूल्यांकन करेगी जिसके बाद वह कॉस्ट कस्टमर को पास करेंगे।

अभी सेल है फ्लैट
एसी और रेफ्रीजेरेटर का सेल लगभग फ्लैट है और बीते साल जितनी ही है। नीलेश गुप्ता ने बताया कि अभी डॉलर के मुकाबले रुपया 67.26 रुपए पर है जो काफी महंगा है। कीमतों में बढ़ोतरी जून जुलाई के बाद हो सकती है क्योंकि तब नई इंन्वेटरी का ऑर्डर मार्केट में लेकर कंपनियां आएंगी।