कोटा। आयकर विभाग से 2.25 करोड़ रुपये के चोरी हुए सोने का शहर पुलिस ने रविवार को महज तीन घंटे में वारदात का खुलासा करते हुए चोरों को पकड़ कर उसे सोना भी बरामद कर लिया। चोर और कोई नहीं ब्लॉक विभाग के कम्प्यूटर ऑपरेटर ही निकले।
शहर में शनिवार देर रात शातिर बदमाशों ने इनकमटैक्स विभाग के ऑफिस में सेंध लगा दी। चोरों ने सहायक निदेशक (इंवेस्टिगेशन) एएल मीना के कमरे में अलमारी का लॉकर तोड़ा और वहां रखा करीब सवा दो करोड़ रुपए का सोना चुराकर ले गए। रविवार दोपहर को वारदात का पता चलने पर इनकमटैक्स अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।
आनन-फानन में सूचना देने पर एसपी कोटा शहर अंशुमन भौमियां समेत आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। एएसपी समीर दुबे के नेतृत्व में गठित पुलिस ने महज तीन घंटे में ही वारदात का पर्दाफाश कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसमें एक विभाग का ही कर्मचारी भी शामिल है। जो कि कंप्यूटर ऑपरेटर है। पुलिस ने इनसे चुराया गया सोना भी जब्त कर लिया है। चोरी हुआ यह सोना करीब 2 करोड़ 23 लाख रुपए का बताया जा रहा है।
यह है पूरा मामला– जानकारी के अनुसार यह वारदात सीएडी रोड पर पुलिस कंट्रोल रूम से महज कुछ दूरी पर स्थित आयकर विभाग ऑफिस में हुई। बीते दिन इनकमटैक्स विभाग ने कोटा के एक सर्राफा व्यवसायी के यहां छापामारी कर यह सोना जब्त किया था।
– यह सोना डिब्बों में जब्त कर इनकम टैक्स कार्यालय में सहायक निदेशक (इंवेस्टिगेशन) एएल मीना के कमरे में अलमारी के लॉकर में रख दिया गया। इससे ऑफिस के ही एक कम्प्यूटर ऑपरेटर की नियत बिगड़ गई।
– देर रात को उसने अपने साथियों के साथ मिलकर सहायक निदेशक के कमरे का लॉक तोड़ा। फिर अलमारी को तोड़कर उसमें रखा साेना चुरा लिया और वहां से भाग निकले।
कर्मचारी ऑफिस पहुंचे तब सोना गायब देख मचा हड़कंप
रविवार सुबह इनकमटैक्स अधिकारी और कर्मचारी दफ्तर पहुंचे तब वहां इन्वेस्टिगेशन विंग के गेट का ताला टूटा मिला। वहां अंदर रखी आलमारी से 2 करोड़ 23 लाख कीमत का जब्त किया सोना गायब था।
यही नहीं, कई महत्वपूर्ण फाइलें कटी-फटी हाल में बिखरी पड़ी थी। चोरी का पता चलते ही विभाग में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने ऑफिस परिसर और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। सोना रखते वक्त ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारियों से गहनता से पूछताछ की।
ये हैं चोर
रविन्द्र उर्फ विक्की (24)
इनकम टैक्स ऑफिस में करीब 2 साल से कंप्यूटर ऑपरेटर है। प्लानिंग इसी ने की और रैकी करके दोस्तों को शामिल करके गिरोह बनाया। यह सुकेत का रहने वाला है, जो वर्तमान में दुर्गा बस्ती में रह रहा है। कुछ समय बाद ठेकेदार दूसरा आदमी लगाने वाला था। नौकरी जाने के डर के चलते वारदात की।
विकास उर्फ रवि (22)
: यह बीएससी नर्सिंग का छात्र है। सुकेत का रहने वाला है, जो अभी महावीर नगर विस्तार योजना में रह रहा है। वारदात में इसलिए शामिल हुआ क्योंकि उसे कॉलेज फीस भरने के लिए पैसों की जरूरत थी। वहीं, गर्लफ्रेंड की डिमांड पूरी करने के लिए भी पैसे चाहिए थे।
आशीष उर्फ आशु (23)
: यह फ्लिपकार्ट कम्पनी में डिलीवरी बॉय है। आशीष सुकेत का रहने वाला है, जो अभी वीर सावरकर नगर में रहता है। उसे पैसों की जरूरत थी और नौकरी में मिलने वाले पैसों से उसका काम नहीं चल रहा था। उसके शौक पूरे नहीं हो पा रहे थे इसलिए वो वारदात में शामिल हुआ।