राजस्थान के 11 गांवों को डिजीटल विलेज में बदला
नई दिल्ली। आईसीआईसीआई समूह ने आज नई दिल्ली में आयोजित समारोह में 100 ‘आईसीआईसीआई डिजीटल विलेजेस‘ ग्रामीण भारत को और अधिक सशक्त बनाने के प्रयास के तहत राष्ट्र को समर्पित किए। इस अवसर पर आयोजित ‘आईसीआईसीआई रूरल समिट ‘सशक्त गांव, समृद्ध भारत‘ का केन्द्रीय वित्त, रक्षा एवं कॉरपोरेट मामलात के मंत्री, अरूण जेटली ने उद्घाटन किया।
बैंक ने गत नवम्बर मेंं 100 गांवों को डिजीलीकृत करने को वादा किया गया था। इस कार्यक्रम के तहत शुरू से अंत तक के लेनदेन तथा अन्य व्यावसायिक गतिविधियों का डिजीटलाइजेशन,ग्रामीणों को व्यावहारिक प्रशिक्षण देना, ऋण सुविधा का विस्तार करना तथा ग्रामीणों की पहुंच बाजार तक बना कर उनके लिए स्थाई आजीविका के संसाधन उपलब्ध करवाना है।
इस अवसर पर आईसीआईसीआई बैंक की प्रबन्ध निदेशक चंदा कोचर ने कहा ‘‘आईसीआईसीआई ग्रुप का हमेशा प्रयास रहा है कि किसी भी राष्ट्र की नींव उसके गांवों के समृद्ध होने से और मजबूत होती है। इसी क्रम में हमारा नजरिया ‘सशक्त गांव, समृद्ध भारत‘ रखा गया, जिसके तहत पूरे देश के 100 गावों का 100 दिनों के भीतर कायाकल्प किया।
कोचर ने कहा कि हमारा इरादा गांवों की संख्या का दिसम्बर, 2017 तक विस्तार कर अन्य 500 गांवों को और इनमें शामिल करना है। इस प्रक्रिया से हम अतिरिक्त 50,000 और व्यक्तियों को प्रशिक्षित करेंगे जिसका प्रभाव 12.5 लाख जिन्दगियों पर पड़ेगा। ‘‘यह 100 विशेष गांव देश में चारां तरफ है, इन गांवों के रहने वाले अब बैंकिंग और भुगतान लेनदेन के लिए डिजीटल चैनल्स का उपयोग कर सकेंगे।
उन्होंने कहा किपूरे भारत के 17 राज्यों को 100 गांवों को ‘आईसीआईसीआई डिजीटल विलेज‘ के रूप में बदला गया है। इनमें गुजरात में 16, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश प्रत्येक में 14, तमिलनाडु और कर्नाटक में क्रमशः 12 तथा राजस्थान में 11 तथा शेष अन्य हैं।