पीएनबी फ्रॉड : घोटाले वाली ब्रैडी हाउस मुंबई ब्रांच सील

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मुंबई/नई दिल्ली। मुंबई की जिस ब्रैडी हाउस ब्रांच से पीएनबी घोटाले को अंजाम दिया गया, उसे सीबीआई ने सील कर दिया है। वहीं, देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले को अंजाम देने वाले नीरव मोदी की टीम बिना किसी रोकटोक के पीएनबी का कम्प्यूटर सिस्टम इस्तेमाल करती थी।

लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) के लिए जरूरी सभी लॉग इन-पासवर्ड उनके पास थे। पीएनबी के पूर्व डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्‌टी, सीडब्ल्यूओ मनोज खरात और नीरव के अॉथराइज्ड सिग्नेटरी हेमंत भट्ट ने पूछताछ में सीबीआई के सामने ये खुलासा किया। नीरव और मेहुल से जुड़ी 200 से ज्यादा फर्जी कंपनियां जांच के दायरे में हैं। इनका इस्तेमाल घोटाले की रकम की रूटिंग के लिए किया जाता था।

5 बैंकों की हांगकांग ब्रांच के अफसर भी शक के दायरे में
– एसबीआई, इलाहाबाद बैंक, यूनियन बैंक, यूको और एक्सिस बैंक की हांगकांग ब्रांच के अफसर भी जांच के घेरे में हैं। यहीं से पीएनबी के फर्जी एलओयू पर नीरव व मेहुल की कंपनियों को कर्ज दिया गया।
– जेम्स-सेक्टर में एलओयू की समयसीमा 90 दिन है। लेकिन पीएनबी से ये 365 दिन के लिए जारी हुए। दूसरे बैंकों के अधिकारी अगर ध्यान देते तो घोटाला पहले ही पकड़ा जाता।
– हांगकांग में 11 भारतीय बैंकों की ब्रांच हैं। अभी तक एसबीआई ने 1,357 करोड़, यूनियन बैंक ने 1,920, यूको बैंक ने 2,635 और इलाहाबाद बैंक ने 2,000 करोड़ रुपए फंसे होने की जानकारी दी है।

पीएनबी के 10 सस्पेंड कर्मचारियों से मुंबई में 8 घंटे तक पूछताछ
– सीबीआई को पीएनबी में 11,394 करोड़ रु. के घोटाले की रकम ज्यादा होने की आशंका है। जांच एजेंसी ने रविवार को सभी बैंकों से उनके यहां एलओयू में हुई गड़बड़ियों की रिपोर्ट मांगी।
– सूत्रों के मुताबिक, कई एलओयू मई, 2018 में मैच्योर होंगे। ऐसे में घोटाले की रकम 11,394 करोड़ रु. से कहीं ज्यादा हो सकती है।
– इसी बीच, पीएनबी के 10 सस्पेंड कर्मचारियों से सीबीआई ने 8 घंटे से ज्यादा पूछताछ की। नीरव के सीएफओ विपुल अंबानी से भी पूछताछ की गई।
– विपुल रिलायंस प्रमुख मुकेश अंबानी के चचेरे भाई हैं। सीबीआई गीतांजलि समूह की 18 सहायक कंपनियों की बैलेंस शीट भी जांच रही है।

नीरव-मेहुल के 45 और ठिकानों पर छापे, 20 करोड़ का सामान जब्त
रविवार को लगातार चौथे दिन नीरव-मेहुल के ठिकानों पर ईडी के छापे जारी रहे। 15 शहरों में 45 और ठिकाने खंगाले गए। बेंगलुरू, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, चंडीगढ़, हैदराबाद, पटना, लखनऊ, अहमदाबाद, श्रीनगर और जालंधर में हुई कार्रवाई के दौरान 20 करोड़ रु. के हीरे और सोना जब्त किया गया। अब तक 5,694 करोड़ रु. के हीरे, सोना और ज्वैलरी जब्त किए जा चुके हैं।