नई दिल्ली। पंजाब नैशनल बैंक में हुए महाघोटाले के आरोपियों पर शिकंजा कसने की कवायद शुरू हो गई है। सीबीआई पीएनबी के पूर्व अधिकारी गोकुलनाथ शेट्टी के घर पहुंची है। सीबीआई ने गीतांजलि ग्रुप के शो रूम्स पर छापेमारी भी शुरू कर दी है।
दूसरी तरफ पंजाब नैशनल बैंक ने अपने 18 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। सीबीआई ने पीएनबी की शिकायत के आधार पर मेहुल चौकी के गीतांजलि ग्रुप के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया है। पीएनबी ने 13 फरवरी को गीतांजलि ग्रुप के खिलाफ शिकायत की थी।
करीब 11300 करोड़ रुपये के इस घोटाले के आरोपी नीरव मोदी, उनकी पत्नी अमी मोदी, भाई निशाल मोदी और गीतांजलि के प्रमोटर मेहुल चौकसी को पकड़ने के लिए इंटरपोल को भी अलर्ट कर दिया गया है। इन चारों आरोपियों कि खिलाफ इंटरपोल डिफ्यूजन नोटिस जारी कर दिया गया है।
सीबीआई नीरव मोदी की यूरोप और अमेरिका में भी तलाश कर रही है। इसके अलावा उसके हॉन्गकॉन्ग वाले पते पर भी सीबीआई नजर रख रही है। इंटरपोल से डिफ्यूजन नोटिस जाने होने के बाद इंटरपोल इन आरोपियों की धर-पकड़ के लिए सक्रिय भी हो गया है।
ये चारों आरोपी जनवरी के शुरुआत में ही भारत से फरार हो चुके हैं। इससे पहले ईडी ने भी बैंकिंग फ्रॉड के इस मामले में नीरव मोदी और मेहलु चौकसी के नाम समन जारी किया है। सीबीआई ने अरबपति जूलरी डिजायनर नीरव मोदी और उनके साझेदार मेहुल चौकसी के पासपोर्ट रद्द करने की मांग की है।
आरोप है कि अरबपति आभूषण डिजाइनर नीरव मोदी व उनके परिवार के कुछ सदस्यों ने पंजाब नैशनल बैंक द्वारा जारी 150 गारंटी पत्रों के जरिये 11000 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी लेनदेन किए। अधिकारियों ने कहा कि पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ धोखाधड़ी को लेकर इस समय सुर्खियों में चल रहे नीरव मोदी बैंक की ओर से इस मामले में शिकायत मिलने से काफी दिन पहले गत एक जनवरी को ही देश से बाहर चले गए थे।
नीरव मोदी के खिलाफ तेज हुई जांच, 5100 करोड़ रुपये के आभूषण जब्त
केंद्रीय जांच एजेंसियों ने 11,300 करोड़ रुपये के पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले में आभूषण डिजाइनर नीरव मोदी और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ जांच तेज कर दी है।
280 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच के सिलसिले में ईडी ने मुंबई, दिल्ली और गुजरात में छापेमारी में 5,100 करोड़ रुपये के हीरे, सोने के आभूषण जब्त किए हैं। सीबीआई और ईडी ने विदेश मंत्रालय के पास अलग-अलग आवेदनों के जरिये मोदी और उसके रिश्तेदार एवं गीतांजलि जूलरी श्रृंखला के प्रवर्तक मेहुल चौकसी का पासपोर्ट रद्द करने की अपील है।
सीबीआई ने मोदी से जुड़े ठिकानों से बरामद कंप्यूटरों का विश्लेषण पूरा कर लिया है। हीरा कारोबारी मोदी (46) एक जनवरी को देश से भाग गए हैं। मोदी, उनकी पत्नी एमी, भाई निशाल और चौकसी के खिलाफ 280 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज करने के बाद गुरुवार को दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, जयपुर और सूरत में 17 स्थानों पर छापेमारी की गई।
एजेंसी ने मोदी और अन्य आरोपियों की मुंबई में पांच संपत्तियां सील की हैं। इसके अलावा ईडी ने आयकर विभाग को भी पत्र लिखा है जिसमें पिछले साल जनवरी में मोदी और उनके सहयोगियों के परिसरों पर छापेमारी के दौरान जब्त सभी दस्तावेजों को साझा करने को कहा है।
ईडी ने मामले में सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी (एफआईआर) के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक अधिनिमय (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया था। समझा जाता है कि ईडी ने पीएनबी की ओर से मोदी और अन्य के खिलाफ प्रस्तुत की गयी शिकायतों पर भी गौर किया है।
एजेंसी इस बात की जांच करेगी कि कथित रूप से धोखाधड़ी से हासिल बैंक के धन की लॉन्ड्रिंग हुई और क्या अपराध की कमाई का बाद में गैरकानूनी तरीके से संपत्तियां खरीदने और कालेधन के रूप में इस्तेमाल किया गया। मोदी 2013 से फोर्ब्स की अमीर भारतीयों की सूची में नियमित रूप से शामिल रहे हैं।
सीबीआई ने नीरव मोदी, उसकी पत्नी और उनके एक भागीदार को बैंक के साथ 2017 में 280.70 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में 31 जनवरी को नामजद किया है। सीबीआई ने कहा है कि मोदी व उनके परिवार के कुछ सदस्यों ने पंजाब नेशनल बैंक द्वारा जारी 150 गारंटी पत्रों के जरिये 11,000 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी लेनदेन किए। उन्होंने कहा कि नीरव मोदी बैंक की ओर से इस मामले में शिकायत मिलने से काफी दिन पहले गत एक जनवरी को ही देश से बाहर चले गए थे। मोदी के पास भारतीय पासपोर्ट है।