नई दिल्ली। बजट से पहले ही आम आदमी की जेब को बड़ी राहत मिल सकती है। जीएसटी काउंसिल आज अपनी होने वाली 25वीं मीटिंग में 70 से 80 प्रोडक्ट पर टैक्स रेट कम कर सकती है। इसके अलावा आज की मीटिंग में जीएसटी रिटर्न की संख्या में कमी करने की भी तैयारी है। साथ ही रियल एस्टेट सेक्टर के बारे में बड़ा फैसला हो सकता है।
70 से 80 प्रोडक्ट पर कम हो सकता है टैक्स
जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में 70 से 80 प्रोडक्ट पर टैक्स रेट कम हो सकता है। अगर ऐसा होता है तो कन्ज्यूमर को बजट से पहले फायदा हो सकता है। इस लिस्ट में इलेक्ट्रिक व्हीकल, इरिगेशन इक्विपमेंट और हैंडीक्राफ्ट जैसे प्रोडक्ट शामिल है। इससे पहले सरकार ने बीते साल नंवबर में 200 प्रोडक्ट पर टैक्स रेट कम किया था।
कम हो सकती है जीएसटी रिटर्न की संख्या
अभी कारोबारी तीन अलग-अलग रिटर्न जीएसटीआर-1, जीएसटीआर-2 और जीएसटीआर-3 फाइल करते हैं। जीएसटी काउंसिल इन रिटर्न की संख्या कम करने को लेकर फैसला आज ले सकती है। वह इसकी जगह एक सिंगल रिटर्न फॉर्म ला सकती है। अगर ऐसा होता है तो कारोबारियों को 37 रिटर्न की जगह 12 रिटर्न भरनी होगी। अभी तक रिटर्न भरने में आ रही परेशानी और टेक्निकल इश्यू के कारण सरकार को कई बार रिटर्न फाइलिंग डेट बढ़ानी पड़ी है।
रियल एस्टेट पर जीएसटी
जीएसटी काउंसिल की मीटिंग मे रियल एस्टेट को जीएसटी में शामिल करने पर फैसला हो सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि काउंसिल रियल एस्टेट को 12 फीसदी टैक्स केटेगरी में रख सखती है। स्टैंप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्ज को एक में जोड़ा जा सकता है। ये 1 अप्रैल से लागू किया जा सकता है।
टल सकता है रिवर्स चार्ज
जीएसटी काउंसिल रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म, टैक्स डिडक्टेड ऐट सोर्स (टीडीएस), टीसीएस को टालने का फैसला ले सकती है। इसे 1 अप्रैल 2018 तक के लिए टाला जा सकता है।