कोटा। हमारे देश की जनसंख्या में युवाओं और महिलाओं की उल्लेखनीय उपस्थिति है। हमारा युवा इनोवेशन और उद्यमिता में आगे आए और देश के विकास में योगदान दे। यह बात कोटा विश्वविद्यालय की स्किल डेवलपमेंट सेंटर की डायरेक्टर तथा एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अनुकृति शर्मा ने कही।
वे बेसिक पीजी कॉलेज बीकानेर तथा महाराजा गंगासिंह यूनिवर्सिटी बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस को संबोधित कर रही थी। डॉ. अनुकृति शर्मा कॉन्फ्रेंस में सम्मानित अतिथि के तौर पर बोल रहीं थीं।
उन्होंने कहा कि भारत विश्व में उभरती हुई अर्थव्यवस्था और बड़ा बाजार है। आज मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया, स्टैंड-अप इंडिया, अटल इनोवेशन मिशन और मुद्रा जैसी योजनाएं युवाओं को नवाचार करने और उद्यमिता की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित कर रही हैं। नवोन्मेषी युवा उद्यमिता से देश में बेरोजगारी की समस्या का उचित समाधान कर सकते हैं। इसके लिए युवाओं को कुशल होना पड़ेगा।
दुनिया के कई अन्य क्षेत्र की तरह भारत में भी स्टार्टअप्स पर हाल के वर्षों में अधिक ध्यान दिया गया है। उनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। उन्हें व्यापक रूप से विकास एवं रोज़गार सृजन के महत्त्वपूर्ण इंजन के रूप में चिह्नित किया जा रहा है।
प्रभावशाली स्टार्टअप के लिए नवाचार और उभरती हुई प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। यह भारत के सामाजिक- आर्थिक विकास और परिवर्तन के लिए एक व्हीकल के रूप में अपनी भूमिका निभा सकता है।
उन्होंने कहा कि उद्यमिता के क्षैत्र में महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ रही है। जिससे रोजगार सृजन हुआ है और हजारों परिवारों को गरीबी से बाहर निकालने में मदद मिली है। आज महिलाएं सामाजिक बाधाओं को तोड़ रही हैं।
उन्होंने कहा कि सतत आर्थिक विकास, लैंगिक समानता और गरीबी उन्मूलन में महिलाओं की भागीदारी की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हुए भारत सरकार ने भी महिला उद्यमियों के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।
कॉन्फ्रेंस में महाराजा गंगा सिंह यूनिवर्सिटी के कुलपति मनोज दीक्षित, सेंटर फॉर नॉलेज के सेक्रेटरी विनीत गोयनका, बीकानेर वेस्ट के विधायक जेठानंद व्यास, नेशनल कैरियर काउंसलर चन्द्रशेखर श्रीमाली, सीकर यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति डॉ. भागीरथ सिंह, यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार हरिसिंह मीणा तथा सिटी एसपी रविंद्र सिंगर मौजूद रहे।