कोटा। एचडीएफ सी बैंक ने आज राजस्थान सरकार के साथ भागीदारी करने और राज्य में स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन देने की घोषणा की। इस समझौता पत्र (एमओयू) के तहत, एचडीएफ सी बैंक राज्य सरकार के साथ भागीदारी में स्टार्ट-अप्स के चालू खाते, क्रेडिट काड्र्स तथा अन्य समाधान एचडीएफसी बैंक के स्मार्टअप कार्यक्रम के तहत उपलब्ध करवाएगा।
इसके अतिरिक्त बैंक न केवल राजस्थान में स्टार्टअप्स की पेशकशों का मूल्यांकन ही करेगा अपितु उन्हें अपने समाधान एवं तकनीक प्रदर्शित करने का अवसर भी प्रदान करेगा।
योजना भवन में आयोजित समारोह में इस एमओयू पर मुख्य सचिव आईटी एण्ड कम्यूनिकेशन राजस्थान सरकार अखिल अरोड़ा और एचडीएफसी की हेड ब्रांच बैंकिंग, राजकीय व्यापार एवं ई-कॉमर्स स्मिता भगत ने हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर एचडीएफ सी बैंक के जोनल हेड सत्येन मोदी तथा बैंक के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सरकार के साथ यह भागीदारी एचडीएफ सी बैंक के लम्बे प्रयासों के बाद हुई है।
इससे एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र कायम हो सकेगा जो कि नवाचार की भावनाओं और पूरे देश में स्टार्टअप के क्षेत्र को पोषण प्रदान करने वाला हो।
इस अवसर पर एचडीएफसी की हेड ब्रांच बैंकिंग, राजकीय व्यापार एवं ई-कॉमर्स स्मिता भगत ने ‘‘कहा राजस्थान सरकार द्वारा स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने के प्रयासों में भागीदारी से राज्य में रोजगार सृजन होंगे।
उन्होंने कहा कि स्टार्ट-अप्स की कामयाबी के लिए एक ऐसे पारिस्थितिकी तंत्र की आवश्यकता होती है जो पूरी उद्यमिता यात्रा के दौरान जहां आवश्यक हो शुरू से अंत तक प्रासंगिक भागीदार उसमें शामिल हो सकें और कम्पनी के विकास का समाधान खोज सकें।
हमें विश्वास है कि स्मार्ट अप कार्यक्रम के अंर्तगत हम जो अनुकूलित समाधान उपलब्ध करवा रहे हैं वह राज्य में नवाचार के पोषक होंगे। इस एमओयू का पहला कदम राज्य में उद्यमिता को प्रोत्साहित करना एवं रोजगार सृजन प्रमुख ध्येय है।‘‘