साहस और सम्मान की प्रतीक है एकल नारी: लोक सभा अध्यक्ष बिरला

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कोटा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला गुरुवार को एकल नारी शक्ति संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। बिरला ने कहा कि संगठन की बहनों ने यह साबित किया है कि एकल महिलाएं कमजोर नहीं होतीं; वे साहस, आत्मनिर्भरता और आत्मसम्मान का प्रतीक होती हैं।

इन्होंने अपने जीवन में आए संकट और विपरीत हालातों का न केवल मजबूती से सामना किया बल्कि समाज की परंपरागत सोच को बदलने का जो अभूतपूर्व काम किया है, वह वास्तव में प्रेरणादायक है। एकल नारी शक्ति संगठन पिछले कई वर्षों से महिलाओं को रोजगार और आजीविका से जोड़ रहा है, बल्कि जैविक खेती को बढ़ावा देकर महिला किसानों को भी उनकी पहचान दिला रहा है। इस दौरान महिलाओं ने एक-दूसरे को रक्षासूत्र बांधकर परस्पर अधिकारों, सम्मान और सुरक्षा के लिए हर कदम पर साथ देने का संकल्प लिया।

प्रकृति से जुड़कर भक्ति सिखाता है छठ पर्व


बिरला लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के अवसर पर पूर्वांचल समाज द्वारा आयोजित पूजन में शामिल हुए। बिरला ने कहा कि छठ पूजा प्रकृति की आराधना का भी त्योहार है। यह पर्व हमें प्रकृति के प्रति अधिक संवेदनशील होने की प्रेरणा देता है। छठ पूजा हमें सिखाती है कि प्रकृति के साथ जुड़कर भी भक्ति की जा सकती है।

उगते हुए सूरज की पूजा से हमें आशा मिलती है और डूबते हुए सूरज की पूजा हमें विनम्रता और सहनशीलता का पाठ पढ़ाती है। यह छठ पूजा ही हमें सिखाती है कि प्रकृति के हर रूप का सम्मान करना चाहिए। मुझे प्रसन्नता है कि समाज जन अपने घर से मीलों दूर भी अपनी संस्कृति के ध्वजवाहक के रूप में परंपराओं का निर्वहन कर रहे हैं।