राष्ट्रीय मेला दशहरा 2024: सिने संध्या में इस बार आएंगे पार्श्व गायक सोनू निगम

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अटल कवि सम्मेलन का नाम राजस्थानी कवि सम्मेलन किया

कोटा। 131वें राष्ट्रीय मेला दशहरा-2024 में 25 अक्टूबर को आयोजित होने वाले सिने संध्या कार्यक्रम में पार्श्वगायक और प्रख्यात कलाकार सोनू निगम आएंगे। मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि सिने संध्या कार्यक्रम के लिए बुधवार को टेंडर खोले गए, जिसे मेला समिति की बैठक में रखा गया। समिति ने सोनू निगम के नाम को फाइनल किया है।

बैठक में समिति की ओर से राजस्थानी कवि सम्मेलन के विषय में जन भावनाओं का ख्याल रखने पर भी चर्चा हुई। मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि 24 अक्टूबर को आयोजित होने वाले अटल कवि सम्मेलन का नाम अब राजस्थानी कवि सम्मेलन होगा, जिसमें राजस्थानी भाषा के 10 कवि तथा हिंदी भाषा के 10 कवि काव्यपाठ करेंगे।

उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय कवि सम्मेलन और मुशायरा में कवियों और शायरों के नाम फाइनल हो चुके हैं। अब इसमें कोई नाम नहीं जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि 23 अक्टूबर को होने वाले भोजपुरी कार्यक्रम में सांसद एवं प्रख्यात भोजपुरी सिने कलाकार रवि किशन को बतौर अतिथि बुलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में अरविंद अकेला कलुआ प्रस्तुतियां देंगे।

उन्होंने बताया कि राम बारात में व्यवस्था की दृष्टि से समय कम मिला था। इसके बावजूद लोगों में अपार उत्साह देखने को मिला। राम बारात की तरह ही भगवान लक्ष्मीनारायण जी की सवारी की शोभायात्रा को भी भव्य बनाने के लिए मेला समिति प्रयास करेगी। मेला में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में विजयश्री रंगमंच पर 17 अक्टूबर को एक शाम पुराने गीतों के नाम कार्यक्रम की प्रस्तुति होगी, जिसमें मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. सरदाना, सीए अजय जैन, पूर्व आईजी अमृत कलश समेत शहर के प्रबुद्धजन और श्रेष्ठ गायक अपनी प्रस्तुतियां देंगे।

इसी तरह 27 अक्टूबर को भी एक सुहानी शाम गीत संगीत के नाम कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। बैठक में मेला प्रांगण के यू मार्केट में आर्केस्ट्रा कार्यक्रम के लिए 3 लाख रुपए का बजट रखने का प्रस्ताव के अनुमोदन किया गया। मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि यहां रोजाना नवीन और अलग प्रकार के कार्यक्रम होंगे। वहीं रोजाना कलाकार बदलकर लाने होंगे।

बैठक में आयुक्त अनुराग भार्गव, मेला अधिकारी जवाहरलाल जैन, अतिरिक्त मेला अधिकारी महेश चंद्र गोयल, उपायुक्त दयावती सैनी, मेला समिति सदस्य रेखा यादव, गिरिराज महावर, सुमित्रा खींची, विजयलक्ष्मी, प्रमिला वर्मा, सोनू धाकड़, विवेक मित्तल, राकेश पुटरा, संदीप नायक, योगेश अहलूवालिया, योगेंद्र शर्मा, सपना वर्मा मौजूद रहे।

6 नवम्बर को करेंगे गणेश जी की विदाई
बैठक में विवेक राजवंशी ने बताया कि अभी तक मेले के दौरान साढ़े 3 करोड रुपए का रेवेन्यू प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि दिवाली के बाद 6 नवंबर को गणपति को विदाई दी जाएगी। इसके साथ ही दशहरा मेला की प्रक्रिया का भी समापन हो जाएगा।

मकर संक्रांति के बाद से ही शुरु करेंगे मेला दशहरा 2025
बैठक में मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि इस वर्ष मेला समिति को काम करने के लिए बहुत कम समय मिला है। राष्ट्रीय मेला दशहरा 2025 को अधिक भव्य और सफल बनाने के लिए मकर संक्रांति के बाद 22 जनवरी को गणेश पूजन कर दिया जाएगा। वहीं 30 जून तक मेले का पूरा कैलेंडर तैयार कर दिया जाएगा। जिससे व्यापारियों को अपनी दुकान लगाने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा और मेला समिति भी भव्य आयोजन को करने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य कर सकेगी।

बची हुई दुकानों की नीलामी आज
विवेक राजवंशी ने समिति को बताया कि इस बार दुकानों की नीलामी करने के बजाय टेंडर डलवाए गए। जिससे असली व्यापारी को अधिक मौका मिल सका है। अब बची हुई दुकानों की बोली गुरुवार को सुबह 10 बजे से लगाई जाएगी। वहीं अगली बार से पांच दुकानों का स्लैब बनाकर टेंडर डलवाए जाएंगे। साथ ही, मेले में मनिहारी, पाटा और ठेले वालों को भी जगह का आवंटन गुरुवार को होगा। श्री राजवंशी ने बताया कि इन्हें आगे के लिए भी स्थाई करने पर विचार किया जा रहा है।

उत्कृष्ट कार्य करने वालों का होगा सम्मान
बैठक में सर्वसम्मति से तय किया गया कि पूरे मेला परिसर में सर्वश्रेष्ठ दुकान, झूला या प्रदर्शनी को चुनकर पुरस्कार दिए जाएंगे। इसके लिए प्रथम विजेता को 51 हजार, द्वितीय विजेता को 31 हजार तथा तृतीय विजेता को 21 हजार रुपए की नकद राशि दी जाएगी। इसके अलावा मेला से संबंधित निगम और संवेदक के अधिकारियों, कर्मचारियों के द्वारा भी उत्कृष्ट कार्य करने पर उनका भी सम्मान किया जाएगा।