कोटा डेयरी लगाएगी 25 करोड की लागत से पशु आहार संयंत्र: राठौड़

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कोटा-बूंदी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ की आमसभा में घोषणा

कोटा। कोटा-बूंदी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ की 26वीं आम सभा यूआईटी ऑडिटोरियम में शु​क्रवार को आयोजित की गई। दुग्ध उत्पादक संघ के अध्यक्ष व सचिव उपस्थित हुए। उन्होंने अपनी मांगे व सुझाव पटल पर रखे, जिसका समाधान अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़ ने मंच से किया।

इस अवसर पर गुणवत्तापूर्ण व अधिक दूध देने वाली 7 समितियों को सम्मानित भी किया गया। आमसभा में मुख्यअतिथि रेडक्रॉस सोसायटी के स्टेट चैयरमेन व नागरिक बैंक के अध्यक्ष राजेश कृष्ण बिरला रहे। आमसभा में विभिन्न समितियों के 1156 पदाधिकारी शामिल हुए।

मुख्य अतिथि राजेश कृष्ण बिरला ने इस मौके पर कहा कि महिला दुग्ध समितियों के माध्यम से सरस दुग्ध का संकलन करता है। ऐसे में महिलाओं का आत्मबल व आत्मसम्मान बढता है। रोजगार के नए साधन बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि आधी आबादी के सशक्तीकरण में संघ का यह महत्वपूर्ण कदम है।

बिरला ने कहा कि सभी समितियो के सहयोग से आज घाटे में चल रही संघ को मुनाफे में लाया गया है। उन्होंने कहा कि समितियां डेयरी को अपनो पूरा दुग्ध दे और सीधे वेंडर को दुग्ध सप्लाई न करे। डेयरी में हुए लाभ का फायदा आपको स्वत:प्राप्त होगा।

घाटे को बदला मुनाफे में
अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़ ने कहा कि समितियों के सहयोग व समर्थन से आज घाटे में संचालित सरस डेयरी को लाभ की डेयरी में परिवर्तित कर दिया गया है। वर्ष 2022-23 मे 32.69 लाख रुपये का हानि थी अप्रैल 2023 में कार्यभार संभालने के बाद संघ में कई आमूल-चूल परिवर्तन किए गए हैं। संघ की व्यवस्थाओं को दुरस्त किया गया है। परिणाम स्वरूप वर्ष 2023-24 में गत​ हानि को पूरा करते हुए 7.55 लाख रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया गया। राठौड ने कहा कि यही स्थिति रही तो अगली आमसभा में संघ लाभांश वितरण भी करेगा।

राठौड़ ने पशुपालकों को आश्वासन देते हुए कहा कि डेयरीसमिति के भुगतान में एक माह से अधिक का समय नहीं लगेगा। उन्होने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला,मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व डेयरी व पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत के सहयोग से कोटा डेयरी को 25 करोड की लागत से पशु आहार संयंत्र भी प्राप्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि इसके लिए 2.89 हेक्टर भूमि भी चिंहित कर ली गई है। उन्होने कहा कि वर्ष 2024—25 में औसत 1 लाख लीटर दूध संकलन का उदृेश्य है। संघ में अब तक 954 दुग्ध सहकारी समितियां पंजीकृत है।

प्रबंध संचालक दिलखुश मीणा ने अपने स्वागत भाषण में दुग्ध उत्पादकों को डेयरी की विभिन्न योजनाओं ओर प्रगति की रिपोर्ट पढ़कर सुनाई। आमसभा में बीना बैरवा व राजेश मीणा ने भी अपना संबोधन मंच से दिया।

इन समितियों को किया सम्मानित
समय पर दुग्ध उपलब्ध करवाने, सर्वाधिक व उच्च गुणवत्ता व अनुशासन पूर्ण व्यवहार करने वाली कोटा व बूंदी कि 7 दुग्ध उत्पादक समितियों को मंच पर सम्मानित किया गया। सामनित होने वाली समितियों में कोटा जिला के खेडिया, भाण्डाहेडा ​महिला, मदनपुरा व बूंदी की गुवाडी, गांवडी महिला, रामनगर, खाटरो की बाडा शामिल है।