माहेश्वरी समाज ने अमरीका में भारतीय संस्कृति को सहेज रखा है: नवीन माहेश्वरी

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शिक्षा में उल्लेखनीय योगदान के लिए एलन के निदेशक नवीन माहेश्वरी का अमेरिका में सम्मान

कोटा। अमरीका के फिलाडेल्फिया में माहेश्वरी महासभा नॉर्थ अमरीका की ओर से इंटरनेशनल माहेश्वरी राजस्थानी कनवेंशन 2024 का आयोजन 30 अगस्त से 2 सितम्बर के मध्य किया जा रहा है। तीन दिवसीय कार्यक्रम में मुख्य समारोह 31 अगस्त को हुआ।

इसमें विशिष्ट अतिथि के रूप में न्यूयार्क यूनिवर्सिटी की ट्रस्टी व अमरीका की सफल व्यवसायी चन्द्रिका कृष्णमूर्ति टंडन (इंदिरा नुई की बहन), बीकानेर के मूल निवासी भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी (आईआरएस) मनीष कुल्हरी तथा एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ.नवीन माहेश्वरी मौजूद रहे। अपने-अपने क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान के लिए इनका सम्मान किया गया।

कार्यक्रम में पूरे भारत में समाज सेवा और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए एलन के निदेशक डॉ. नवीन माहेश्वरी का सम्मान किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉ.नवीन माहेश्वरी ने कहा कि सात समंदर पार अमरीका में यह कार्यक्रम भारतीय संस्कृति को समेटे हुए है। हमें यहां भी ऐसा ही लग रहा है कि हम भारत में ही हैं। कार्यक्रम की थीम संस्कृति, प्रगति व समृद्धि रखी गई है।

एलन का भी ध्येय वाक्य संस्कार से सफलता तक ही है। हमारा प्रयास रहता है कि हर विद्यार्थी को संस्कारित शिक्षा दें और अच्छा इंसान बनाएं। मेरा मानना है कि जब तक हम हमारी संस्कृति को साथ लेकर नहीं चलेंगे तब तक प्रगति संभव नहीं हैं और जब प्रगति होगी तभी समृद्धि आएगी। यहां अमरीका में आप सभी ने भारतीय संस्कृति को सहेज कर रखा है इसके लिए आप धन्यवाद के पात्र हैं।

मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि माहेश्वरी समाज का हिस्सा हूं। यहां कुछ दिनों से हूं, लोगों को देखा है, वे संस्कृति के प्रति जागरूक हैं। यही कारण है कि अमरीका के स्थानीय निवासी भी हमारी संस्कृति से प्रभावित हैं।

डॉ.नवीन माहेश्वरी ने अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्रतिमा वाली शिला के सालिगराम के दर्शन भी सभी को करवाए। माहेश्वरी महासभा के सदस्यों को अयोध्या में भगवान श्रीराम के दर्शन के लिए आमंत्रित किया।