पुराना स्टॉक और आयात के कारण धनिया के भाव स्थिर रहने का अनुमान

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कोटा। चालू सप्ताह के दौरान धनिया की कीमतों में सुधार रहा। हालांकि जन्माष्टमी पर्व के कारण गुजरात की अधिकांश मंडियों में अवकाश होने के कारण व्यापार बंद रहा। लेकिन राजस्थान एवं मध्य प्रदेश की मंडियों में व्यापार सुचारु रूप से हुआ। भाव काफी घट जाने के कारण घटे भावों पर धनिया का व्यापार अच्छा रहा। जिस कारण से कीमतें भी मजबूती के साथ बोली गई हैं।

सूत्रों का मानना है कि अब धनिया की कीमतों में मंदे की संभावना नहीं है। आगामी दिनों में मांग बढ़ने पर कीमतों में तेजी संभव है। कारोबारियों का कहना है कि जल्द ही प्रमुख उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश एवं राजस्थान की मंडियों में सोयाबीन की आवक बढ़नी शुरू हो जाएगी। जिस कारण से मंडियों में धनिया की आवक घट जाएगी। जिसका असर बाजार पर तेजी का रहेगा।

व्यापारियों का कहना है कि एक सप्ताह बाद गुजरात की मंडियां खुलने के कारण आगामी सप्ताह मंडियों में आवक अच्छी रहेगी। इसके अलावा मध्य प्रदेश एवं राजस्थान के किसान भी अपना स्टॉक हल्का करने के लिए मंडियों में अधिक माल लाएंगे। जिसके चलते सितम्बर माह के शुरू में धनिया की कीमतें 100/200 रुपए और घटती है।

लेकिन अक्टूबर माह में आवक कम होने के कारण उत्पादक केन्द्रों पर बिजाई भी गत वर्ष की तुलना में कम रहने की संभावना से अक्टूबर-नवम्बर माह में धनिया के दाम 800/1000 रुपए प्रति क्विंटल तक बढ़ने के अनुमान लगाए जा रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि चालू सीजन में भाव कम होने के कारण उत्पादक केन्द्रों पर आगामी सीजन के लिए धनिया की बिजाई कम रहने की संभावना है। सूत्रों का मानना है कि अगर बिजाई गतवर्ष के बराबर या अधिक होती है तो कीमतों में तेजी की कोई संभावना नहीं है। क्योंकि वर्तमान में उत्पादक केन्द्रों पर धनिया का स्टॉक पर्याप्त है। इसके अलावा आयात भी हो रहा है।

मध्य प्रदेश में आवक बढ़ी
चालू सप्ताह के दौरान मध्य प्रदेश की मंडियों में धनिया की दैनिक आवक में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। सूत्रों का कहना है कि किसानों ने सोयाबीन एवं मक्का का स्टॉक करने के लिए धनिया का स्टॉक हल्का करना शुरू कर दिया है। जिस कारण से गुना मंडी में धनिया की आवक बढ़कर 4500/5000 बोरी एवं नीमच मंडी में 1500/1800 बोरी की हो गई है। कुम्भराज मंडी में आवक बढ़कर 1000/1500 बोरी की हो गई है। मंदसौर मंडी में भी आवक 700/800 बोरी की हो रही है। मध्य प्रदेश के अलावा राजस्थान की रामगंज, कोटा एवं बारां मंडी में भी आवक पूर्व सप्ताह की तुलना में अधिक रही।

बिजाई घटने के अनुमान
बाजार के वर्तमान हालात को देखते हुए संभावना व्यक्त की जा रही है कि प्रमुख उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश, गुजरात एवं राजस्थान में दूसरे वर्ष भी धनिया की बिजाई प्रभावित होने की आशंका है। सूत्रों का कहना है कि धनिया की कीमतें नीची होने के कारण किसान चना, सरसों इत्यादि की बिजाई को प्राथमिकता देगा। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023 में देश में धनिया की बिजाई लगभग 5 लाख हेक्टेयर पर की गई है और उत्पादन डेढ़ करोड़ बोरी से अधिक का रहा था। जबकि वर्ष 2024 के लिए बिजाई का क्षेत्रफल 3.60/3.70 लाख हेक्टेयर का रहा था और उत्पादन 1/1.10 करोड़ बोरी का माना गया था।

आयात: देश में धनिया का पर्याप्त उत्पादन होने के बावजूद आयातक विदेशों से धनिया का आयात करते हैं। विदेशों में धनिया की क्वालिटी हल्की होने के कारण भाव सस्ते रहते हैं। आयातित माल की अधिकांश खपत मिक्सिंग में की जाती है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022-23 के दौरान 31383 टन धनिया का आयात किया गया। जबकि वर्ष 2023-24 में आयात 28828 टन धनिया का आयात किया गया है। चालू सीजन के दौरान भी हाल ही में रूस से धनिया का आयात किया जा रहा है और आयातित माल का मुम्बई पोर्ट पर भाव 6500 रुपए बोला जा रहा है।

निर्यात: वर्ष 2023-24 (अप्रैल-मार्च) के दौरान धनिया का रिकॉर्ड निर्यात 108624 टन का रहा। लेकिन चालू सीजन 2024-25 के प्रथम तीन माह अप्रैल-जून के दौरान धनिया निर्यात में गिरावट दर्ज की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अप्रैल-जून – 2024 के दौरान धनिया का निर्यात 17029.32 टन का हुआ है। जबकि गत वर्ष अप्रैल-जून – 2023 में निर्यात 49173.73 टन का रहा था।

वायदा बाजार: चालू सप्ताह के दौरान फायदा बाजार में धनिया के भाव तेजी के साथ बोले गए। वायदा में सितम्बर माह का धनिया 6760 रुपए खुलने के पश्चात 6950 रुपए पर बंद हुआ है। जबकि अक्टूबर माह का धनिया सप्ताह के शुरू में 6870 रुपए खुला था और सप्ताह के अंत में 7100 रुपए बंद हुआ।