मुम्बई। चालू वित्त वर्ष के शुरूआती दो महीनों में यानी अप्रैल-मई 2024 के दौरान देश से ऑयल मील का कुल निर्यात घटकर 7,67,436 टन रह गया जो पिछले साल के इन्हीं महीनों के शिपमेंट 9,30,045 टन से 17 प्रतिशत कम रहा।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सी) द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि समीक्षाधीन अवधि के दौरान सोया डीओसी का निर्यात 2,91,471 टन से बढ़कर 3,44,508 टन पर पहुंचा मगर सरसों खल (रेपसीड मील) का शिपमेंट 4,80,232 टन से घटकर 3,64,074 टन, अरंडी मील का 73,238 टन से गिरकर 57,387 टन तथा मूंगफली एक्सट्रैक्शन का निर्यात 5227 टन से फिसलकर 1467 टन पर अटक गया।
एक महत्वपूर्ण बात यह है कि अप्रैल- मई 2023 में देश से करीब 80 हजार टन राइस ब्रान एक्सट्रैक्शन का निर्यात हुआ था मगर इस वर्ष इसका शिपमेंट नहीं हो सका क्योंकि इसके निर्यात पर जुलाई 2023 से ही प्रतिबंध लगा हुआ है।
उल्लेखनीय है कि 2023 की तुलना में 2024 के दोनों शुरूआती महीनों के दौरान ऑयल मील का निर्यात प्रदर्शन कमजोर रहा। इसके तहत अप्रैल में निर्यात 4,93,448 टन से 6 प्रतिशत गिरकर 4,65,156 टन तथा मई में शिपमेंट 4,36,597 टन से 31 प्रतिशत घटकर 3,02,280 टन पर अटक गया। सोया मील का निर्यात चालू वर्ष के दौरान अप्रैल में 1,99,803 टन तथा मई में 144706 टन दर्ज किया गया।
भारतीय बंदरगाह पर औसत इकाई निर्यात ऑफर मूल्य (फ्री ऑन बोर्ड) मई 2024 के दौरान सोयामील का 506 डॉलर प्रति टन, रेपसीड मील का 284 डॉलर प्रति टन तथा अरंडी मील का 77 डॉलर प्रति टन दर्ज किया गया
जबकि अप्रैल 2024 में यह क्रमश: 492 डॉलर, 278 डॉलर एवं 76 डॉलर प्रति टन और मई 2023 में क्रमश: 570 डॉलर, 251 डॉलर और 112 डॉलर प्रति टन रहा था। ऑफर मूल्य में हुई बढ़ोत्तरी के कारण अप्रैल के मुकाबले मई 2024 में सभी डीओसी का निर्यात प्रदर्शन कमजोर पड़ गया।