संवेदनशील रेल खंडों पर पेट्रोलमैन किए जा रहे तैनात
कोटा। मानसून के दौरान तेज बारिश, तूफ़ान तथा बाढ़ इत्यादि की संभावनाओं को देखते हुए भारतीय रेल में प्रत्येक वर्ष मानसून के पूर्व तैयारियां की जाती हैं। इसी क्रम में कोटा रेल मंडल ने मानसून के दौरान सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए व्यापक इंतजाम सुनिश्चित किए जा रहे हैं और आवश्यक सुरक्षा उपायों को लागू किया जा रहा है।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय ने बताया कि इन सक्रिय उपायों का उद्देश्य रेलवे संपत्ति को किसी भी तरह के नुकसान से बचाना, यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और निर्बाध ट्रेन सेवाओं को बनाए रखना है। कोटा सहित भोपाल एवं जबलपुर मंडल में घाट खंडों पर विशेष जोर दिया गया है। प्रतिकूल मौसम की स्थिति के दौरान रेलवे के बुनियादी ढांचे की सुरक्षा और अपने यात्रियों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है ।
पश्चिम मध्य रेल महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय ने मानसून के दौरान संरक्षा को पहली प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है। उन्होंने संबंधित इंजीनियरिंग अधिकारियों को बारिश, तूफान या मौसम की स्थिति में बदलाव के दौरान तैयार रहने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ निगरानी और समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि संवेदनशील रेलखंडों में संबंधित अनुभाग इंजीनियरों द्वारा समीक्षा और निरीक्षण किया जा रहा है और ऐसे सभी स्थानों पर चौकीदार/पेट्रोल मैन तैनात किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त पटरियों की स्थिति की निगरानी के पिए पेट्रोलमैन एयर ब्रिज गार्ड दवरा मानसून पेट्रोलिंग की जाएगी। पुलिया और नालियों की सफाई का काम तेजी से किया जा रहा है।
पानी के ठहराव को रोकने के लिए, विशेष रूप से यार्डों में, ट्रैक क्षेत्रों में जल निकासी सुचारु व्यवस्था से मलबे या कचरे को खत्म करने के प्रयास किया जा रहा हैं। बारिश के दौरान ट्रेनों का संचालन निर्बाध रहे, यह सुनिश्चित करने के लिए सभी नालियों को उपयुक्त ढलान के साथ एवं आउटलेट के साथ बनाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अनावश्यक पेड़ों की शाखाओं की पहचान करने के लिए अधिकारियों द्वारा विद्युतीकृत क्षेत्रों का संयुक्त निरीक्षण किया गया है, जो मानसून के दौरान ओवरहेड उपकरण (ओएचई), सिग्नल, ट्रैक या किसी अन्य रेलवे प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचा सकते हैं और यातायात को बाधित कर सकते हैं। ट्रैक की सुरक्षा के लिए ऐसे पेड़ों की छटाई प्रगति पर है।
उन्होंने बताया कि पश्चिम मध्य रेल यात्रियों को सुरक्षित एवं सुगम यात्रा प्रदान करने, विशेषकर मानसून के दौरान ट्रेन परिचालन जारी रखने और निर्बाध सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। जिसके परिणामस्वरूप पमरे द्वारा निरंतर निगरानी सुनिश्चित की जा रही है और यात्रियों के लिए व्यवधान मुक्त यात्रा जारी रखने के लिए सभी प्रयास किये जा रहे है। मानसून और मौसम संबंधी अन्य चेतावनियों के दौरान आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के साथ निकट समन्वय बनाए रखना सुनिश्चित किया गया है।