कोटा। शिक्षा नगरी में बुधवार की रात को एक और NEET की छात्रा ने सुसाइड कर लिया है। छात्रों कीआत्महत्या रोकने के प्रशासन के तमाम प्रयासों के के बावजूद इस साल अब तक आठ छात्रों ने जान दी है।
दो दिन पहले ही उत्तर प्रदेश निवासी मोहम्मद उरूज ने फांसी लगाकर जान दी थी। मृतक छात्रा की पहचान उत्तर प्रदेश लखनऊ निवासी सौम्या के रूप में हुई है। कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रही थी। छात्रा के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी है। जिनके कोटा पहुंचने के बाद मामले में आगे जांच की जाएगी।
एक्सपर्ट की माने तो कोटा में इन दिनों स्टूडेंट्स मानसिक तनाव से लड़ रहे हैं। इनमें पढ़ाई को लेकर दवाब के अलावा फैमिली प्रेशर, सहित अन्य दवाब भी सामने आए हैं। जिसकी वजह से स्टूडेंट्स अपने भविष्य को उज्जवल करने की जगह अपना अंत कर रहे हैं।
एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि पढ़ाई को लेकर कंपटीशन इतना बढ़ गया है कि जो स्टूडेंट्स अपने जिले में टॉपर हुआ करते थे। आज यहां पर अपने आप को भीड़ में पाकर मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। कई ऐसे स्टूडेंट्स के सुसाइड पर रिसर्च के दौरान सामने आया है कि परिजनों का भी दबाव ज्यादा देखने को मिला है।
इस साल आठ छात्रों ने दी जान
शिक्षा नगरी कोटा में छात्रों के सुसाइड के लगातार आंकड़े बढ़ने से अब चिंता सताने लगी है। साल 2024 में जनवरी से अब तक 8 छात्रों ने मानसिक तनाव के चलते सुसाइड किया है। इन छात्रों में एक बीटेक का स्टूडेंट भी शामिल है। वही नीट और JEE की तैयारी करने वाले छात्रों के सुसाइड के पीछे पढ़ाई को लेकर मानसिक तनाव ज्यादा सामने आए हैं। ऐसे में जिला प्रशासन की गाइडलाइंस और अलग-अलग संस्थाओं के दावे भी अब फेल होते दिखाई दे रहे हैं।