मुंबई। घाटे में चल रहे अनिल अंबानी के रिलायंस कम्यूनिकेशंस (आरकॉम) के खिलाफ चाइना डिवेलपमेंट बैंक (सीडीबी) ने नैशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (एनसीएलटी) में बैंकरप्सी के लिए आवेदन किया है। सीडीबी ने आरकॉम को करीब 125 अरब रुपये का कर्ज दिया था। सीडीबी ने यह आवेदन 24 नवंबर को दाखिल किया था।
सीडीबी की याचिका में आरकॉम के साथ कोर्ट के बाहर समझौते की किसी भी संभावना से इनकार किया गया है। इससे आरकॉम की स्ट्रैटिजिक डेट रिस्ट्रक्चरिंग पर भी असर पड़ने की आशंका है जो भारतीय बैंकों ने दिसंबर में शुरू की थी।
सीडीबी की ओर से इस मामले की पैरवी मुंबई हाई कोर्ट के सीनियर ऐडवोकेट दारिस खंबाटा कर रहे हैं। सीडीबी ने अपने आवेदन में अभिलाष लाल को एक इंडिपेंडेंट रेजॉलूशन प्रफेशनल नामांकित किया है और यह हलफनामा दिया है कि कंपनी को टेक ओवर करने के लिए अल्वारेज ऐंड मार्शल उसका अडवाइजर होगा।
इस मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि अल्वारेज ऐंड मार्शल एक महीने के अंदर कमान संभालने के बाद रेजॉलूशन प्लान पेश कर सकता है। इस बारे में ईटी की ओर से भेजे गए प्रश्नों का सीडीबी, लाल, खंबाटा और अल्वारेज ऐंड मार्शल ने उत्तर नहीं दिया।
सूत्रों ने बताया कि आरकॉम ने सीडीबी के साथ मामले के निपटारे के लिए नवी मुंबई में धीरूभाई अंबानी नॉलेज सिटी में अपनी जमीन के डिवेलपमेंट में इक्विटी का प्रपोजल दिया था। हालांकि, आरकॉम का कहना है कि उसे एनसीएलटी में सीडीबी की ओर से दायर आवेदन को लेकर कोई नोटिस नहीं मिला है।
आरकॉम ने कहा कि वह स्ट्रैटिजिक डेट रिस्ट्रक्चरिंग (एसडीआर) प्रोसेस के सफल समाधान के लिए जॉइंट लेंडर्स फोरम (जेएलएफ) के साथ काम कर रही है।
उसका कहना था कि सीडीबी भी जेएलएफ में सक्रियता से हिस्सा ले रहा है। आरकॉम का कहना है कि वह सीडीबी की ओर से उठाए गए इस तरह के कदम से हैरान है। आरकॉम ने कहा कि उसे उम्मीद है कि वह सीडीबी सहित सभी लेंडर्स के साथ मिलकर इस संकट का समाधान निकाल लेगा।
एयरटेल के साथ आरकॉम की मर्जर की योजना रद्द होने के बाद यह कंपनी के खिलाफ दायर चौथा मामला है। स्वीडन की टेलीकॉम इक्विपमेंट मेकर एरिक्सन आरकॉम से 1,150 करोड़ रुपये की अपनी बकाया रकम वसूलने क लिए संघर्ष कर रही है।
मणिपाल टेक्नॉलजीज ने भी अपनी 2.74 करोड़ रुपये की रकम वसूलने के लिए एनसीएलटी के पास गुहार लगाई है। बीएसई पर सोमवार को आरकॉम का शेयर 1.1 पर्सेंट गिरकर 13.35 रुपये पर बंद हुआ।