रोटरी क्लब का “आजीवन खुश रहने का मंत्र” कार्यक्रम कल, नारीरत्न राज दीदी करेंगी संबोधित
कोटा। रोटरी क्लब का “आजीवन खुश रहने का मंत्र” कार्यक्रम रविवार को प्रातः 9 बजे से जवाहर नगर स्थित सत्यार्थ सभागार पर आयोजित किया जाएगा। जिसमें मोटिवेशनल स्पीकर नारीरत्न राजेश्वरी मोदी (राज दीदी) संबोधित करेंगी।
कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए शनिवार को राज दीदी ने बताया कि रैकी पद्धति भारत से ही जापान पहुंची है। भारत में 5 हजार साल पहले स्पर्श चिकित्सा का प्रचलन था। जो जापान पहुंचकर पुनर्जीवित हुई और रैकी चिकित्सा के नाम से जानी गई।
इसका लाभ लेने के लिए नियमित साधना से ही लिया जा सकता है। राज दीदी ने बताया कि यह भी वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति है। जिसे करने से अन्य चिकित्सा पद्धति का लाभ बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि खुशी हमारे भीतर होती है। खुशी किसी पर निर्भर नहीं होती है।
क्लब अध्यक्ष प्रीतम गोस्वामी तथा सचिव दीपक मेहता ने बताया कि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ सहित जयपुर से भी लोगों ने पंजीकरण करवाए हैं। प्रवक्ता संजय गोयल ने बताया कि कार्यक्रम में दो सत्र आयोजित होंगे।
पहले प्रातः 8 बजे खुला सत्र होगा। जिसमें 24 वर्ष से अधिक उम्र का कोई भी शहरवासी पंजीकरण कराकर लाभ उठा सकता है। दूसरा सत्र शाम 4 बजे से होगा। जो मुख्यतः छात्र केंद्रित होगा। इसमें 14 से 24 वर्ष तक के छात्र को अवसाद मुक्त व चिंता मुक्त अध्ययन और लीडिंग अ मीनिंगफूल लाइफ विषय पर राजदीदी सम्बोधित करेंगी।
प्रोजेक्ट चेयरमैन आशीष बिरला ने बताया कि राजदीदी नारायण रेकी सत्संग परिवार की संस्थापिका हैं। वे एक उच्च कोटि की काउंसलर व एक्यूप्रेशर थेरेपिस्ट भी हैं। उन्होंने गहन साधना व सोच के बाद यह पाया की सकारात्मक तरीके से सम्बन्धों को दृढ़ बनाकर समाज को सुधारा जा सकता है। इसके लिए उन्होंने नारायण जीवन चक्र का प्रतिपादन किया है।
नारायण रेकी सत्संग परिवार एक सामजिक संस्था है। नारायण रेकी सत्संग परिवार रेकी क्लास से आने वाली पूरी धनराशि का उपयोग ज़रूरतमंद बच्चो की पढाई, लड़कियों के विवाह और असहायबच्चों की चिकित्सा के लिए करते हैं।
मुंबई, अहमदाबाद, बरोदा, सूरत, नोएडा, नासिक, जयपुर, भीलवाड़ा, इंदौर, कोलकाता, बेंगळुरु, उदयपुर, आसाम में नारायण रेकी सत्संग परिवार के रेकी हीलिंग केंद्र है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बैंकॉक और अमेरिका के न्यूजर्सी व शिकागो शहरों में रेकी सेमिनार का आयोजन किया जा चुका है।