मंडियों में नए धनिये की छिट-पुट आवक शुरू, उत्पादन घटने से जोरदार तेजी के आसार

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-दिनेश माहेश्वरी
कोटा।
राजस्थान की रामगंज मंडी में धनिया के नए माल की आपूर्ति आरंभ हो चुकी है जबकि आगामी समय में आपूर्ति की रफ्तार बढ़ने की संभावना है। फिलहाल 120-125 बोरी नए धनिए की आवक हो रही है और लिवाली मांग का समर्थन नहीं मिलने से कीमतों पर दबाव बना हुआ है। इस बार धनिया के बिजाई क्षेत्र में कुल मिलाकर गिरावट आई है जबकि गुजरात में इसका क्षेत्रफल पिछले सीजन के 2.22 लाख हेक्टेयर से 43 प्रतिशत घटकर चालू सीजन में 1.27 लाख हेक्टेयर पर सिमट गया।

धनिया का घरेलू उत्पादन कुछ घटने की संभावना के बावजूद निकट भविष्य में इसके दाम में जोरदार बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद नहीं है क्योंकि इसका पिछला स्टॉक मौजूद है और नए माल की आपूर्ति भी बढ़ने की संभावना है।

दिसावरी मंडियों में भी धनिया का स्टॉक उपलब्ध है। मध्य प्रदेश में बिजाई सामान्य हुई है और फसल की हालत संतोषजनक बताई जा रही है। इसी तरह राजस्थान में भी इसके रकबे में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है। केवल गुजरात में क्षेत्रफल घटा है।

मध्य प्रदेश एवं राजस्थान की मंडियों में धनिए की सीमित आवक हो रही है क्योंकि उत्पादन नीचे दाम पर अपना स्टॉक बेचने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। रामगंज मंडी में 2500/3000 बोरी धनिया आ रहा है जिसमें नया माल भी शामिल है।

वहां कुछ दिन पूर्व इसके दाम में 200/400 रुपए की नरमी आ गई थी। पिछले दिन इस मंडी में बादामी धनिया का भाव 6000/6100 रुपए प्रति क्विंटल तथा ईगल धनिया का दाम 6200/6400 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की थोक किराना मंडी में बादामी धनिया की कीमत 7900/8000 रुपए प्रति क्विंटल रही थी।

पिछले साल के मुकाबले चालू वित्त वर्ष के शुरूआती सात महीनों में यानी अप्रैल-अक्टूबर 2023 के दौरान धनिया का निर्यात 24,791 टन से उछलकर 76,848 टन पर पहुंच गया जिससे इसकी निर्यात आय भी 341.88 करोड़ रुपए से बढ़कर 643.14 करोड़ रुपए पर पहुंच गई।

व्यापार विश्लेषकों के मुताबिक नीचे दाम पर धनिया में निर्यात मांग मजबूत रह सकती है, जिससे कीमतों को समर्थन मिलने की उम्मीद है। आगामी समय में इसका घरेलू बाजार भाव एक निश्चित सीमा में स्थिर रह सकता है जबकि कभी-कभी इसमें थोड़ी तेजी भी आ सकती है।