राजस्थान में भी बढ़ेगा इस बार जीरे का रकबा, जानिए अभी तक कितनी हुई बुआई

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जयपुर। देश के दोनों शीर्ष उत्पादक राज्यों में-गुजरात एवं राजस्थान में 2023-24 सीजन के दौरान जीरा के बिजाई क्षेत्र एवं उत्पादन में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। गुजरात में जीरा का क्षेत्रफल पहले ही 3.76 लाख हेक्टेयर पर पहुंच चुका है जो पिछले साल से 161 प्रतिशत ज्यादा है।

राजस्थान में भी जीरा का रकबा बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। दरअसल वर्ष 2023 के दौरान जीरा का घरेलू बाजार भाव नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने से उत्पादकों को अत्यन्त शानदार आमदनी प्राप्त हुई इसलिए वे इसकी खेती के प्रति काफी उत्साहित हैं। व्यापार विश्लेषकों के अनुसार पिछले दो वर्षों के दौरान राजस्थान में जीरा का क्षेत्रफल घट गया लेकिन इस बार काफी बढ़ने की उम्मीद है।

राज्य कृषि विभाग के अनुसार 24 नवम्बर तक 4.00 लाख हेक्टेयर से कुछ अधिक क्षेत्र में जीरा की बिजाई हो चुकी थी जबकि पिछले रबी सीजन की पूरी अवधि में इसका रकबा 5.50 लाख हेक्टेयर के करीब रहा था। समीक्षकों के मुताबिक जीरा का स्टॉक काफी घट गया है जबकि घरेलू एवं विदेशी बाजारों में इसकी अच्छी मांग बनी हुई है। यद्यपि शीर्ष स्तर की तुलना में जीरा का भाव काफी घट गया है लेकिन फिर भी गत वर्ष से ऊंचा चल रहा है।

जोधपुर के एक कारोबारी का कहना है कि दो-तीन वर्ष पूर्व जीरा की बिजाई में भारी गिरावट आ गई थी क्योंकि एक तो मौसम प्रतिकूल था और कोरोना महामारी का संक्रमण बना हुआ था और दूसरे इसका बाजार भाव नीचे चल रहा था। वर्ष 2022 में भी बिजाई कम हुई थी जिससे पाइप लाइन में जीरा का स्टॉक काफी घट गया है।

दूसरी ओर मांग में कमी नहीं आई है। वर्ष 2023 के दौरान जीरा के दाम में दोगुने से भी ज्यादा का इजाफा हो गया। मांग में मजबूती बरकरार रहने तथा कीमतों में ज्यादा नरमी नहीं आने से किसानों का हौसला बढ़ गया है और वे अधिक से अधिक क्षेत्रफल में इसकी खेती कर रहे हैं।

जीरा के बिजाई क्षेत्र की वास्तविक तस्वीर चालू माह के अंतिम सप्ताह में सामने आएगी क्योंकि बिजाई की प्रक्रिया अभी जारी है। नागौर के एक व्यापारी का भी मानना है कि जीरा की बिजाई गत वर्ष से अधिक हो सकती है।

पिछले साल जीरा का थोक बाजार भाव 275-300 रुपए प्रति किलो के बीच चल रहा था जबकि चालू वर्ष में जुलाई-अगस्त के दौरान यह उछलकर 600-625 रुपए प्रति किलो के शीर्ष स्तर पर पहुंच गया। इस मूल्य स्तर पर उत्पादकों ने अपना अधिकांश माल बेच दिया और अब उसके पास बहुत कम स्टॉक है।

राजस्थान में जीरा का उत्पादन मुख्यत: जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, नागौर, अजमेर एवं जालोर जिलों में होता है। इसके अलावा बीकनेर के नोखा में भी इसकी पैदावार होती है। वहां इस बार क्षेत्रफल में अच्छी बढ़ोत्तरी हो रही है। जीरा का नया माल मार्च 2024 में आना शुरू हो जाएगा।