कोटा। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती’ से संकट के बादल छंटने का नाम नहीं ले रहे। अलग-अलग राज्यों में फिल्म बैन होने के बाद अब सांसद ओम बिरला ने चित्तौड़ गढ़ के सांसद सीपी जोशी के साथ इस फिल्म को लेकर संसद की संसदीय याचिका समिति के समक्ष याचिका पेश की है।
इसमें कहा है कि राजस्थान का इतिहास गौरवशाली है। फिल्मों में विरासत संस्कृति पर किसी तरह का हमला नहीं होना चाहिए। इतिहास से जुड़ी फिल्मों में सारे तथ्यों की पड़ताल के बाद ही कोई फिल्म बनानी चाहिए।
बिरला ने कहा कि फिल्म के ट्रेलर में इतिहास से छेड़छाड़ साफ नजर आई है, ऐसे में इस फिल्म को तब तक रिलीज नहीं करने की मांग की है, जब तक इसमें जरूरी सुधार नहीं किए जाते।
उन्होंने कहा कि राजस्थान और देश के लोग मानते हैं कि पद्मावती फिल्म में इतिहास को तोड़-मरोड़कर दिखाया गया है। राजस्थान का इतिहास शानदार रहा है। राजस्थान की एक संस्कृति रही है। हम चाहते हैं कि राजस्थान के इतिहास को फिल्म के माध्यम से विकृत नहीं किया जाए।
धर्म या शिक्षाविदों पर फिल्म बनाते समय इन चीजों के बारे में सावधानी बरतनी चाहिए। यह हमेशा सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि किसी भी धर्म की भावनाएं आहत नहीं हो। इस याचिका पर 30 नवंबर को साक्ष्य है।
पद्मावती फिल्म के विरोध में पोस्टर जलाया
गणेश नगर मंडल द्वारा स्वामी विवेकानंद नगर में पदमावती फिल्म का विरोध किया गया। इस दौरान फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली का पुतला भी जलाया गया। इस अवसर पर मंडल महामंत्री सियाराम वैष्णव ने फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया।