निवेशक इस हफ्ते फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक पर नजर रखेंगे
नई दिल्ली । कंपनियों के तिमाही नतीजों का दौर खत्म होने को है। ऐसे में अब निवेशकों की नजर ग्लोबल संकेतों पर रहेगी। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस हफ्ते शेयर बाजार तेजी का रुख बनाए रखने में सक्षम रहेंगे।
बीते हफ्ते आखिरी दो दिनों की जबर्दस्त रिकवरी से बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स साप्ताहिक आधार पर बढ़त लेने में सफल रहा था। आखिरी दो दिनों में 582 अंक की तेजी के साथ सेंसेक्स में 28 अंक की साप्ताहिक बढ़त हुई थी। हालांकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी बीते हफ्ते 38 अंक गिरकर बंद हुआ
सरकारी बैंकों में पुनर्पूजीकरण की प्रक्रिया में तेजी और अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज की ओर भारत की रेटिंग में सुधार से बीते दो सत्रों में बाजार ने छलांग लगाई थी। इस हफ्ते भी निवेशकों की धारणा सकारात्मक बनी रहने की उम्मीद है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वीके शर्मा ने कहा, ‘निवेशक इस हफ्ते फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक पर नजर रखेंगे। मौद्रिक नीति को लेकर फेडरल रिजर्व की बैठक के नतीजे गुरुवार को सामने आएंगे।
इससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हो सकती है। हालांकि व्यापक स्तर पर बाजार की गति सकारात्मक बनी रहने की उम्मीद है।’ जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि मूडीज की ओर से देश की रेटिंग बढ़ाए जाने के बाद से परिदृश्य बदला है।
इससे घरेलू बाजारों में लिक्विडिटी बढ़ेगी। इस हफ्ते क्रूड की कीमतों पर भी निवेशकों की निगाह रहेगी। लगभग सभी बड़ी कंपनियों ने दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। ऐसे में निवेशकों की धारणा में कोई बड़ा बदलाव किसी ग्लोबल संकेत से ही होने का अनुमान है।
शीर्ष 10 में से छह का एमकैप बढ़ा: बीते हफ्ते सेंसेक्स की 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में से छह के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बढ़ोतरी हुई। इन कंपनियों का एमकैप 31,249.36 करोड़ रुपये बढ़ा। सबसे अधिक लाभ में रिलायंस इंडस्ट्रीज रही।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का एमकैप 16,592.63 करोड़ रुपये बढ़कर 5,76,118.96 करोड़ रुपये हो गया। इसके अलावा मारुति सुजुकी, एसबीआइ, इन्फोसिस, एचडीएफसी बैंक और टीसीएस के बाजार पूंजीकरण में भी इजाफा हुआ। वहीं ओएनजीसी, आइटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर और एचडीएफसी के बाजार पूंजीकरण में बीते हफ्ते गिरावट आई।