नई दिल्ली। B-20 Summit : B-20 शिखर सम्मेलन के संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने दुनिया के सभी ताकतवर देशों के नेताओं व उद्यमियों को यह बता दिया कि सक्षम व भरोसेमंद सप्लाई चेन का निर्माण भारत ही कर सकता है।
उन्होंने कहा कि भविष्य के व्यापार पर ही वैश्विक विकास का भविष्य निर्भर है, इसलिए व्यापार के तरीके को बदलना होगा। ऐसे व्यापार को अपनाना होगा जो पर्यावरण के लिए अनुकूल हो और जहां उपभोक्ता के हितों का ध्यान रखा जाए। टिकाऊ बाजार के निर्माण के लिए उत्पादक व उपभोक्ता दोनों के हित के बीच संतुलन जरूरी है।
रविवार को नई दिल्ली में बी-20 लीडर्स से प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि व्यापार को प्रभावित करने वाले साइबर सुरक्षा से लेकर ऊर्जा संकट जैसे मुद्दों के साथ क्रिप्टोकरेंसी व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए एक वैश्विक फ्रेमवर्क की जरूरत है और इसमें सभी स्टेकहोल्डर्स का ध्यान रखा जाना चाहिए।
पीएम मोदी ने बी-20 के लीडर्स से भारत के उस बिजनेस मॉडल का भी जिक्र किया, जिसकी बदौलत भारत के 13.5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकल आए। प्रधानमंत्री ने दुनिया के लिए भारत की अहमियत का जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना के समय भारत ने 150 से अधिक देशों को दवाइयां उपलब्ध कराई। वैक्सीन भेजकर करोड़ों लोगों की जान बचाई। दूसरी तरफ कोरोना काल में सक्षम कही जाने वाली सप्लाई चेन टूट गई और अब एक भरोसेमंद सप्लाई चेन की जरूरत पूरी दुनिया महसूस कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस समस्या का समाधान भारत है। उन्होंने उपभोक्ता की व्यापकता का जिक्र करते हुए कहा कि व्यापार में हमें उपभोक्ता के हित का ध्यान रखना ही होगा और वह उपभोक्ता कोई देश भी हो सकता है। कंज्यूमर डे की जगह कंज्यूमर केयर को प्राथमिकता देनी होगी जैसे भारत कार्बन क्रेडिट की ग्रीन क्रेडिट ला रहा है।
प्रधानमंत्री ने बी-20 संबोधन के माध्यम से दुनिया को इस बात के लिए भी आगाह किया कि क्रिटिकल खनिज पदार्थों की उपलब्धता सीमित है जबकि इसकी जरूरत पूरी मानव जाति को है। जिनके पास ये क्रिटिकल खनिज पदार्थ है वे अगर इसे वैश्विक जिम्मेदारी के रूप में नहीं देखेंगे तो एक नए उपनिवेशवाद के मॉडल को बढ़ावा मिलेगा। मोदी ने कहा कि व्यापार से जुड़े हर फैसले से पहले यह जरूर विचार किया जाना चाहिए कि इसका हमारी धरती पर क्या असर पड़ेगा। भारत ने मिशन लाइफ (लाइफस्टायल फार इंवायरमेंट) अपनाया है, जिसके पीछे यही भावना है।
त्योहारी सीजन की शुरुआत 23 अगस्त से
Bबी-20 के संबोधन में मोदी ने कहा कि भारत में इस बार त्योहारी सीजन 23 अगस्त से ही शुरू हो गया है। और ये उत्सव है चंद्रमा पर चंद्रयान के पहुंचने का। भारत के लूनर मिशन की सफलता में हमारी स्पेस एजेंसी ‘इसरो’ की बहुत बड़ी भूमिका है। लेकिन साथ ही इसमें भारत की इंडस्ट्री ने भी बहुत बड़ा सहयोग किया है। चंद्रयान में इस्तेमाल कंपोनेंट्स हमारी इंडस्ट्री ने, हमारी प्राइवेट कंपनियों ने, हमारे एमएसएमई ने आवश्यकता के अनुसार तैयार कर समय सीमा पर उपलब्ध कराए हैं। यानी ये विज्ञान और उद्योग दोनों की सफलता है। महत्वपूर्ण यह भी है इस बार भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया इस उत्सव को मना रही है।