कोटा में 10 हजार परीक्षार्थी, जेईई-एडवांस्ड का सेंटर खोला जाए

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जेईई-एडवांस्ड 2018 : देश के 2.24 लाख विद्यार्थी पहली बार देंगे ऑनलाइन परीक्षा। कोटा में 10 हजार से अधिक परीक्षार्थी लेकिन परीक्षा केंद्र नहीं। सांसद ओम बिरला ने एमएचआरडी मंत्री से कोटा में सेंटर खोलने की मांग की।

अरविंद,कोटा। कोटा में 10,000 से अधिक परीक्षार्थी होने के बावजूद संयुक्त प्रवेश बोर्ड (जेब) ने जेईई-एडवांस्ड, 2018 का ऑनलाइन परीक्षा केंद्र कोटा में बहाल नहीं किया। आईआईटी,कानपुर द्वारा आयोजित इस विश्वस्तरीय परीक्षा के लिए देश के 120 तथा राज्य के 10 शहरों में सेंटर बनाए गए।

परीक्षा केद्रों की सूची में जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, अलवर व अजमेर के अतिरिक्त टोंक, भीलवाड़ा, बीकानेर, पाली व सीकर जैसे छोटे शहरों के नाम शामिल हैं। विद्यार्थियों एवं अभिभावकों ने सवाल उठाया कि जहां सर्वाधिक परीक्षार्थी हैं, वहां परीक्षा केंद्र क्यों नहीं खोला जा रहा है।

यूनिवर्सिटी के शिक्षाविदों एवं कोचिंग संस्थानों के निदेशकों ने बताया कि 12 लाख की आबादी वाले एजुकेशन हब कोटा में सभी संकायों की प्रवेश परीक्षाओं के परीक्षा केंद्र हैं लेकिन केवल जेईई-एडवांस्ड परीक्षा का सेंटर नहीं होने से 20 मई को भीषण गर्मी में परीक्षार्थियों को एक दिन पहले बाहर जाना पडेगा। परीक्षा से ठीक पहले बच्चों पर आर्थिक, मानसिक व शारीरिक दबाव बढ़ाना न्यायोचित नहीं है।

उन्होंने बताया कि जेईई-मेन के लिए कोटा में ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों मोड के सेंटर हैं, फिर यह भेदभाव क्यों। शहर की राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी, कोटा यूनिवर्सिटी सहित इंजीनियरिंग कॉलेजों व सीबीएसई स्कूलों में आधुनिक कम्प्यूटर लैब हैं, जहां 10 हजार से अधिक विद्यार्थी दो पारियों में ऑनलाइन पेपर दे सकते हैं। इसलिए ऑनलाइन परीक्षा की सुरक्षा एवं गोपनीयता को लेकर यहां कोई खतरा नहीं है।

सांसद बिरला ने एमएचआरडी मंत्री को भेजा पत्र
सांसद ओम बिरला ने कहा कि जेईई-एडवांस्ड,2018 का ऑनलाइन सेंटर कोटा में खुलवाने के लिए वे हरसंभव प्रयास करेंगे। उन्होंने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेडकर को पत्र भेजकर मांग की कि शैक्षणिक नगरी में जेईई-मेन तथा नीट के सेंटर पहले से हैं।

10 हजार से अधिक कोचिंग विद्यार्थियों को देखते हुए जेईई-एडवांस्ड,2018 का सेंटर भी कोटा में खोला जाए। उल्लेखनीय है कि 3 वर्ष पूर्व सांसद बिरला ने केद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर कोटा में पहली बार मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट (पूर्व में एआईपीएमटी) का परीक्षा क्रेंद्र खुलवाया था। जिससे हजारों मेडिकल विद्यार्थियों को मानसिक राहत मिली।

5 वर्षों से कोटा में जेईई-एडवांस्ड का सेंटर नहीं
सीबीएसई ने 2012 में एआई ईईई तथा आईआईटी-जेईई के स्थान पर जेईई-मेन तथा जेईई-एडवांस्ड का परीक्षा पैटर्न लागू किया था। सीबीएसई द्वारा आयोजित जेईई-मेन के ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों सेंटर कोटा में हैं।

लेकिन 2011 में आईआईटी बोर्ड ने जेईई का सेंटर कोटा से केवल इस आधार पर हटा दिया था कि यहां कोचिंग संस्थान होने से प्रवेश परीक्षा की गोपनीयता भंग हो सकती है तथा पेपर लीक होने की संभावना रहेगी।

जबकि पिछले कई वर्षों से ऑफलाइन व ऑनलाइन प्रवेश परीक्षाओं का एक भी पेपर कोटा में लीक नहीं हुआ। ऐसे में शहर का नाम संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की श्रेणी से बाहर निकाला जाए।

6 देशों में सेंटर, कोटा में क्यों नहीं
नेशनल काउंसलर नीलेश गुप्ता ने आईआईटी बोर्ड को आरटीआई भेजकर यह जानकारी मांगी कि जेईई-एडवांस्ड के लिए परीक्षा केंद्र घोषित करने के मापदंड सार्वजनिक किए जाएं तथा कोटा में सेंटर किस आधार पर रोका जा रहा है, इसकी जानकारी दी जाए।

उन्होंने बताया कि यह परीक्षा भारत सहित 6 अन्य देशों सिंगापुर, इथोपिया, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल तथा यूएई (दुबई) में भी कम्प्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) मोड में होगी।

एजुकेशन हब कोटा में जेईई-मेन, नीट, आईआईएम के लिए केट, सीए के लिए सीपीटी, लॉ के लिए क्लेट, यूजीसी नेट, गेट, बिट्सेट, एम्स, सिविल सर्विसेस के लिए यूपीएससी, आरपीएससी, बैंक के लिए कॉमन एग्जाम आईबीपीएस, वीआईटी, रेलवे के लिए आरआरबी सहित सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोटा में परीक्षा केंद्र हैं।

कोचिंग विद्यार्थी कोटा में जेईई-एडवांस्ड का सेंटर खोलने की मांग को लेकर बुधवार से बैनर पर हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे।