भक्ति और शक्ति का संगम राजस्थान की पहचान है: स्पीकर बिरला

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स्पीकर बिरला ने लिया आचार्य प्रमुख सागर महाराज का आशीर्वाद

गुवाहाटी। असम दौरे पर गए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला गुवाहाटी में राजस्थान प्रवासी प्रबुद्धजन सम्मेलन में शामिल हुए। यहां उन्होंने पुष्पगिरी तीर्थ प्रणेता आचार्य पुष्पदंत सागर महाराज के शिष्य आचार्य प्रमुख सागर महाराज का आशीर्वाद लिया। स्पीकर बिरला ने सभी को चातुर्मास की शुभकामनाएं देते हुए श्री बिरला ने कहा कि चातुर्मास में आध्यात्मिक वातावरण और सुविचारों के प्रचार-प्रसार का अवसर मिलता है।

चातुर्मास के दौरान गुरुजन धर्मावलं‍बियों को सत्य, अहिंसा और संयम का मार्ग बताते हैं और उनके प्रवचन का लाभ जैन समाज सहित सभी को मिलता है l उन्होंने यह भी कहा कि मारवाड़ी समाज ने संस्कृति, साहित्य और राष्टवाद के उत्थान में तन-मन-धन से पूरा सहयोग दिया है।

बिरला ने कहा कि भक्ति और शक्ति का संगम राजस्थान की पहचान है। महाराणा प्रताप, महाराजा सूरजमल, भामाशाह, पन्नाधाय, मीराबाई को नमन करते हुए श्री बिरला ने कहा कि उन्होंने जिस साहस, वीरता, त्याग, तपस्या और बलिदान का परिचय दिया है, वह राजस्थान की धरोहर है । राजस्थान सदैव राष्ट्र की रक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्ध रहा है, जिससे देश को प्रेरणा मिलती रही है।

भगवान महावीर को नमन करते हुए उन्होंने समाज के लिए न केवल मुक्ति का मार्ग प्रशस्त किया बल्कि सनातन धर्म को एक नया, सरल और सहज स्वरुप प्रदान किया। उन्होंने प्रेम, क्षमा, दया, करुणा और अहिंसा जैसे मूल्यों को पुनः स्थापित किया।

श्री बिरला ने आगे कहा कि भारत ऋषियों, संतो और मुनियों का देश है और जैन समाज इसका जीता जागता प्रमाण है। कार्यक्रम में कोटा शहर जिला भाजपा महामंत्री जगदीश जिंदल, अजय जैन मेहरू भी सम्मिलित रहे।