कोटा। राजस्थान के कोटा को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मिली थी, लेकिन बीते गहलोत शासन में इसे जोधपुर शिफ्ट कर दिया गया था। इसके बाद कोटावासियों को खुश करने के लिए इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (IIIT) दी गई, लेकिन बिल्डिंग नहीं होने के कारण उसे भी साल 2013 में जयपुर के एमएनआईटी में शुरू कर दिया गया।
साल 2014 में सरकार बदल गई और राशि नहीं मिलने के कारण यह बिल्डिंग नहीं बन पाई। साल 2019 में बिल्डिंग के लिए राशि स्वीकृत हुई और साल 2020 में सीपीडब्ल्यूडी ने ठेकेदार के जरिए इसका निर्माण शुरू करवाया गया। हालांकि इसे 18 महीने में ही बनकर तैयार हो जाना था, लेकिन 2 साल की लेटलतीफी के चलते अब बिल्डिंग बनकर तैयार हुई है।
पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप से बनी बिल्डिंग : इस बिल्डिंग का निर्माण पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत भी हुआ है। इसमें 50 फीसदी पैसा केंद्र सरकार ने दिया है। इसके अलावा स्टेट का शेयर 35 फीसदी है, शेष 15 फीसदी में 4 निजी कंपनियां शामिल हैं। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी काफी समय से इसके लिए प्रयासरत थे। ऐसे में जल्द ही IIIT कोटा के नवनिर्मित कैंपस का लोकार्पण किया जाएगा। इस लोकार्पण समारोह में पीएम मोदी और एचआरडी मिनिस्टर शामिल हो सकते हैं।
900 स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल : IIIT कोटा के दो फेज के निर्माण के लिए 106 करोड़ रुपए की स्वीकृति जारी हुई थी, जिसमें पहले फेज में एकेडमिक कम एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक का निर्माण किया गया था। बिल्डिंग पूरी तरह से बनकर तैयार है. इसमें लेक्चर, थियेटर, कंप्यूटर और नॉर्मल लैब बनी हुई है। इसके साथ ही डायरेक्टर और डीन ऑफिस, एडमिनिस्ट्रेटिव, एस्टेब्लिशमेंट और अकाउंट सेक्शन भी बनाए गए हैं। इसके साथ ही 200 सीटिंग कैपेसिटी का ऑडिटोरियम भी बनाया गया है. इसके अलावा एक छोटा कैंटीन भी बनाई गई है। बिल्डिंग में पूरी तरह से सेंट्रलाइज्ड एसी है। पानी की कमी होने के चलते यहां पर सेंट्रलाइज्ड एसी के लिए एयर चिलर लगाए गए हैं, ताकि पानी की बचत भी हो सके। दूसरे फेज के तहत 52 करोड़ रुपए की स्वीकृति हुई थी, इसमें बॉयज और गर्ल्स हॉस्टल, मेस, डायरेक्टर रेजिडेंस, टाइप-3 और टाइप-4 क्वाटर्स भी बनाए गए हैं. गर्ल्स हॉस्टल की क्षमता 144 और बॉयज हॉस्टल की 760 है।
जल्द होगा कोटा में शिफ्ट : IIIT कोटा के कोऑर्डिनेटर प्रो. एके व्यास का कहना है कि कोटा शिफ्टिंग के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। वर्तमान में 11 टीचिंग स्टाफ IIIT में हैं, जिनमें बढ़ोतरी के लिए भर्ती खोली जाएगी। इसके अलावा नॉन टीचिंग स्टाफ टेंपरेरी ही जयपुर में काम कर रहा है। ये सब कुछ कांट्रेक्चुअल था, लेकिन अब कोटा IIIT में परमानेंट स्टाफ की भर्ती की जाएगी। जयपुर एमएनआईटी परिसर से कोटा शिफ्टिंग के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं.