मुंबई। वायदा कारोबार की एक्सपायरी के दिन गुरुवार को भी शेयर बाजार हरे निशान पर बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स 348.80 (0.58%) अंकों की बढ़त के साथ 60,649.38 अंकों के लेवल पर पहुंच गया। दूसरी ओर, निफ्टी 101.45 (0.57%) अंकों की बढ़त के साथ 17,915.05 अंकों तक उछलकर बंद हुआ।
विश्लेषकों के मुताबिक, इन्फोसिस और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी प्रमुख कंपनियों में जमकर लिवाली होने से कारोबारी धारणा को समर्थन मिला। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 348.80 अंक यानी 0.58 प्रतिशत चढ़कर 60,649.38 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान एक समय यह 397.73 अंक तक उछल गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 101.45 अंक यानी 0.57 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,915.05 अंक पर पहुंच गया।
टॉप गेनर्स एंड लूजर्स
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, इन्फोसिस, भारती एयरटेल, कोटक महिंद्रा बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईटीसी, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाइटन, रिलायंस इंडस्ट्रीज और नेस्ले के शेयर लाभ में रहे। दूसरी तरफ हिंदुस्तान यूनिलीवर, पावर ग्रिड, एक्सिस बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, भारतीय स्टेट बैंक, एशियन पेंट्स और विप्रो के शेयर नुकसान के साथ बंद हुए।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार धीरे-धीरे सकारात्मक दिशा में बढ़ रहे हैं। विदेशी निवेशकों का पूंजी प्रवाह बढ़ने और सकारात्मक तिमाही नतीजों से उसे बल मिल रहा है।
हालांकि, अगले सप्ताह आने वाली अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति पर करीबी नजर रहेगी।’’ इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.40 प्रतिशत चढ़कर 78.07 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
विदेशी संस्थागत निवेशक एक बार फिर से लिवाल साबित हुए हैं। एक्सचेंज से मिले आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने बुधवार को 1,257.48 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की।
विदेशी बाज़ारों का हाल
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया के कॉस्पी, जापान के निक्की, चीन के शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग के हैंगसेंग में बढ़त दर्ज की गई। यूरोप के बाजार दोपहर के सत्र में सकारात्मक दिशा में कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार बुधवार को काफी हद तक गिरावट के साथ बंद हुए थे।