नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजार में निवेशकों की अगले सप्ताह फरवरी के जारी होने वाली खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़ों पर नजर रहेगी। बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 673.84 अंक अर्थात 1.13 प्रतिशत की गिरावट लेकर सप्ताहांत पर 59135.13 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 181.45 अंक यानी 1.03 प्रतिशत का गोता लगाकर 17412.90 अंक पर आ गया।
वहीं, समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों के विपरीत मझौली और छोटी कंपनियों में लिवाली हुई। इससे सप्ताहांत पर मिडकैप 22.02 अंक की बढ़त लेकर 24617.91 अंक और स्मॉलकैप 105.71 अंक की तेजी के साथ 27952.11 अंक पर रहा।
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, अगले सप्ताह फरवरी का उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा महंगाई और थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई के आंकड़े जारी होने वाले हैं।
अगले सप्ताह बाजार की दिशा निर्धारित करने में महंगाई के आंकड़ों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।इसके अलावा वैश्विक स्तर पर रूस-यूक्रेन के बीच जारी तनाव के साथ ही कच्चे तेल की कीमत, डॉलर सूचकांक एवं एफआईआई के निवेश प्रवाह पर भी निवेशकों की नजर रहेगी।
एफआईआई ने पिछले लगातार तीन महीने दिसंबर, जनवरी और फरवरी में बाजार से निवेश निकाल लिए। लेकिन, मार्च में अबतक वह 14,361.85 करोड़ रुपये के शुद्ध लिवाल रहे हैं। इसी तरह घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) का शुद्ध निवेश 6,929.35 करोड़ रुपये रहा।