फुट ओवर ब्रिज से जुड़ेंगे सुपर-स्पेशिलिटी ब्लॉक और कोटा का न्यू मेडिकल कॉलेज

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निर्माण व उपकरणों के लिए स्पीकर बिरला के प्रयासों से स्वीकृत हुए 12 करोड़

कोटा। न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल और सुपर स्पेशिलिटी ब्लॉक जल्द ही एक फुट ओवर ब्रिज के माध्यम से आपस में जुड़ जाएंगे। अस्पताल परिसर में 25 आइसोलेशन रूम भी बनाए जाएंगे। अस्पताल को न्यूरो तथा पक्षाघात से पीड़ित मरीजों के उपचार के लिए उपकरण भी मिलेंगे।

इन सब कार्यों के लिए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इसके लिए 12.20 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं।

मेडिकल कॉलेज परिसर में सुपर स्पेशिलिटी ब्लॉक के निर्माण के लिए 150 करोड़ रूपए स्वीकृत किए गए थे। लेकिन निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इसमें करीब 10 करोड़ रूपए की राशि बच गई। मेडिकल कॉलेज परिसर में ही बने न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल भवन को इस सुपर स्पेशिलिटी ब्लॉक से जोड़ने की आवश्यकता महसूस की जा रही थी।

ऐसा नहीं होने के कारण गंभीर रोगियो को अस्पताल से सुपर स्पेशिलिटी ब्लॉक में शिफ्ट करने में कठिनाई आती थी। इसके अलावा कोरोना के दौरान अस्पताल में आईसोलेशन वार्ड की कमी भी सामने आई थी।

मरीजों, उनके तीमारदारों, चिकित्सकों व स्टाफ को आ रही इस परेशानी को देखते हुए स्पीकर बिरला ने निर्माण कार्य के बाद बची राशि से दोनों भवनों को जोड़ने के लिए फुट ओवर ब्रिज और आइसोलेशन वार्ड के निर्माण के प्रयास प्रारंभ किए। उनकी कोशिशों के चलते केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इसके लिए 10 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। इस राशि से फुट ओवर ब्रिज और 25 आइसोलेशन रूम मय सुविधाओं का निर्माण होगा।

न्यूरो मरीजों और लकवा पीड़ितों के लिए उपकरण
इसके अलावा स्पीकर बिरला के प्रयासों से अस्पताल में 2.20 करोड़ रुपए लागत के उपकरण भी उपलब्ध करवाए जाएंगे जो न्यूरो संबंधी बीमारियों के मरीजों और लकवाग्रस्त मरीजों के काम आएंगे। न्यूरो संबंधी बीमारियों से पीड़ित के मरीजों के लिए ट्रेन-क्रेनियल मेगनेटिक सिम्यूलेटर आएगा। यह मशीन एक पोर्टेबल मीनी एमआईआई मशीन है जो बेड पर ही मरीजों की जांच कर सकेगी। इसी प्रकार लकवाग्रस्त तथा घायल लोगों के लिए रोबोटिक रिहेबिलिटेशन उपकरण आएंगे। इन उपकरणों से उनके अंगों को फिर से क्रियाशील बनाने में मदद मिलेगी।