आयकर विभाग के सर्वे में बीबीसी की टैक्स अदायगी में खामी उजागर

0
74

नई दिल्ली। बीबीसी के दफ्तरों पर करीब 60 घंटों तक आयकर विभाग की टीमों के सर्वे के बाद टैक्स अदायगी में खामी उजागर हुई है। विभाग के मुताबिक यह गड़बड़ियां ट्रांसफर प्राइसिंग के दस्तावेजों में पाई गई हैं। आईटी डिपार्टमेंट के सूत्रों के मुताबिक जांच के दौरान कुछ अहम सबूत पाए गए हैं, जिनसे दस्तावेजों में खामी की बात पता चलती है।

कर्मचारियों के बयानों, डिजिटल प्रूफ और दस्तावेजों के आधार पर कुछ जानकारियां मिली हैं, जिनसे इन खामियों का पता चला है। आयकर विभाग ने कहा, ‘दस्तावेजों में समूह की आय और मुनाफा जो अलग-अलग कंपनियों के जरिए दिखाया गया है, वह भारत में उसके कामकाज के पैमाने से मेल नहीं खाता है।

ट्रांसफर प्राइसिंग के डॉक्युमेंटेशन में कई खामियां पाई गई हैं।’ सीबीडीटी की तरफ से जारी बयान में कहा गया, ‘इंटरनेशनल मीडिया के कंपनी के दिल्ली और मुंबई स्थित परिसरों पर आईटी ऐक्ट के तहत छापेमारी की गई थी। इसके मुताबिक कॉन्टेंट की पर्याप्त खपत के बावजूद, विभिन्न समूह संस्थाओं द्वारा दिखाई गई आय/लाभ भारत में ऑपरेशन के पैमाने के अनुरूप नहीं है।’

यह बयान आयकर अधिकारियों की तरफ से ब्रिटिश मीडिया इकाई के खिलाफ तीन दिन तक चले सर्वेक्षण के एक दिन बाद आया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने मीडिया संगठन का नाम लिए बिना बयान में कहा कि आयकर दलों ने कर्मचारियों के बयान, डिजिटल सबूत और दस्तावेजों के रूप में महत्वपूर्ण सबूतों का पता लगाया है।

अधिकारियों ने कहा कि यह बयान ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) से संबंधित है। बयान के मुताबिक सर्वेक्षण के दौरान कई विसंगतियां पाई गईं। सर्वेक्षण 14 फरवरी को दिल्ली और मुंबई स्थित बीबीसी कार्यालयों में शुरू किया गया था और गुरुवार रात लगभग 60 घंटों के बाद समाप्त हो गया।