सरकार के गेहूं बेचने के फैसले से गेहूं की कीमत में 450 रुपये की गिरावट

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नई दिल्ली। देश भर में ई-नीलामी के माध्यम से भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) 25 लाख टन गेहूं की बिक्री करेगा। एक बार में होने वाली इस बिक्री के लिए आधार मूल्य 2,350 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया है। इस पर ढुलाई अतिरिक्त लगेगी।

वरिष्ठ अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। कीमत कम करने के लिए नीलामी के माध्यम से बिक्री की पेशकश वाले गेहूं की आर्थिक लागत घटकर अनुमानित रूप से 2,654 रुपये प्रति क्विंटल रह जाएगी।

एफसीआई के चेयरमैन अशोक मीणा ने संवाददाताओं से कहा, ‘पहली निविदा तुरंत भाग लेने के लिए होगी। प्रत्येक बुधवार को नीलामी का आयोजन होगा, जिसकी शुरुआत आगामी सप्ताह से होगी।

सभी राज्य और एफसीआई डिपो इस नीलामी में शामिल होंगे। सबसे ज्यादा गेहूं की पेशकश पंजाब और मध्य प्रदेश के गोदामों से होगी, क्योंकि इन दोनों राज्यों में गेहूं के भंडारण की मात्रा सबसे ज्यादा है।’

सरकार द्वारा गेहूं बेचने के फैसले के बाद से दिल्ली के बाजारों में गेहूं की कीमत प्रति क्विंटल 450 रुपये घटकर 2,730 से 2,750 रुपये प्रति क्विंटल रह गई है। व्यापारियों ने कहा कि 25 जनवरी, 2023 को दिल्ली में गेहूं की बिक्री की पिछली कीमत 3,180 से 3,200 रुपये प्रति क्विंटल थी।

बहरहाल खुले बाजार में बिक्री के लिए तय किए गए तरीके के मुताबिक खुली बिक्री के लिए 30 लाख टन गेहूं आवंटित किया गया है, जिसमें 25 लाख टन बिक्री खुली ई-नीलामी से होगी। वहीं करीब 2 लाख टन गेहूं की बिक्री राज्य सरकारों को की जाएगी, जिससे वे अपनी राज्य कल्याण योजनाओं का संचालन कर सकें।

शेष 3 लाख टन गेहूं का आवंटन नेफेड, नैशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन (एनसीसीएफ) व अन्य को किया जाएगा, जो इसका आटा बनाकर बेचेंगी और आटे की बिक्री 29.50 रुपये प्रति किलो के भाव होगी।

मीणा ने कहा, ‘ई-नीलामी में मध्य प्रदेश और पंजाब में स्थित डिपो से प्रत्येक से 5,00,000 टन गेहूं की बिक्री होगी। यह देश में सर्वाधिक बिक्री होगी। वहीं महाराष्ट्र के एफसीआई डिपो से करीब 4,00,000 टन गेहूं की बिक्री की जाएगी।’