Pariksha Pe Charcha 2023: छात्र मां से सीखें टाइम मैनेजमेंट: पीएम मोदी

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नई दिल्ली।: Pariksha Pe Charcha 2023: पीएम नरेंद्र मोदी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने छात्रों से संवाद भी किया। पीएम मोदी ने छात्रों को जीवन में सफल होने के लिए खास मंत्र भी दिया।

पीएम मोदी ने छात्रों से कहा,  ‘सिर्फ परीक्षा के लिए नहीं, बल्कि जीवन में टाइम मैनेजमेंट के प्रति हमें जागरूक रहना चाहिए। काम करने से संतोष मिलता है, समय पर काम न करने से देरी होती है, जीवन में समय का प्रबंधन करना बेहद जरूरी है। अपनी समय का विश्लेषण करें। आराम से अपने काम को बांटे। किस विषय को कितना टाइम देना है, उसको वर्गीकृत करें। इससे लाभ होगा’

मोदी ने कहा, आपने कभी अपने घर में अपनी मां के काम को ऑब्जर्व किया है क्या? यूं तो आपको अच्छा लगता है, जैसे ही स्कूल से आए मां ने सब तैयार करके रखा था। सुबह स्कूल जाना था, तो मां ने सब तैयार करके रख दिया था। ये सब देखकर लगता तो बहुत अच्छा है, लेकिन क्या कभी ऑब्जर्व किया है कि मां का टाइम मैनेजमेंट कितना बढ़िया है। उन्हें पता होता है कि बच्चें की जरूरत के हिसाब से कब और कैसे टाइम मैनेज करना है।

मां सारा दिन काम करती रहती हैं, उन्हें किसी काम में बोझ नहीं लगता है, क्योंकि उन्हें मालूम है, इतने घंटे में ये- ये काम करना है। वहीं जब एक्स्ट्रा टाइम मिलता है तो वह खाली नहीं बैठती, कुछ न कुछ अपना क्रिएटिव एक्टिविटी करती रहती है। सूई धागा लेकर बैठ जाएंगी या फिर खुद को रिलेक्स करने के लिए कुछ ओर काम करेंगी।

मोदी ने कहा, अगर मां की गतिविधियों की ढंग से ऑब्जर्व करोगे, तो भी आपको एक स्टूडेंट के तौर पर, टाइम मैनेजमेंट का महत्व क्या होता है ये पता चल जाएगा। आइए जानते हैं पीएम मोदी के संवाद की प्रमुख बातें…

डंडा वाला रास्ता ना चुनें
आज भी हमारे छात्र अपने टीचर की बात को बहुत मूल्यवान समझते हैं। हमें डंडा लेकर अनुशासन वाला रास्ता ना चुन कर अपनेपन का रास्ता चुनना चाहिए। अपनेपन का रास्ता चुनेंगे तभी लाभ होगा।

शिक्षक विद्यार्थियों के साथ बढ़ाएं अपनापन
हमारे शिक्षक विद्यार्थियों के साथ जितना अपनापन बढ़ाएंगे उतना बेहतर होगा। जब विद्यार्थी आपसे सवाल करता है तो उसका लक्ष्य आपके ज्ञान को परखना नहीं है। विद्यार्थी की जिज्ञासा ही उसकी बहुत बड़ी अमानत है।

शॉर्टकट ना लें छात्र
पीएम ने कहा कि जो मेहनती विद्यार्थी है, उसकी मेहनत जिंदगी में जरूर रंग लाएगी। हो सकता है कोई नकल कर आपसे दो-चार नंबर ज्यादा ले आये, लेकिन वो कभी आपकी जिंदगी की रुकावट नहीं बन पाएगा। आपके भीतर की ताकत ही आपको आगे ले जाएगी, हमें शॉर्टकट की ओर नहीं जाना चाहिए।

परीक्षा पे चर्चा Live

तमिल भाषा पर हमें गर्व होना चाहिए
मोदी ने कहा कि दुनिया की सबसे पुरातन भाषा जिस देश के पास हो उस देश को गर्व होना चाहिए। UN में मैंने जानबूझकर कुछ तमिल भाषा से जुड़ी बातें बताई क्योंकि मैं दुनिया को यह दिखलाना चाहता था कि दुनिया की सबसे पुरानी भाषा हमारे पास है।

मां से सीखें टाइम मैनेजमेंट
मोदी ने कहा कि सिर्फ परीक्षा के लिए ही नहीं, जीवन में टाइम मैनेजमेंट के प्रति हमें जागरूक रहना चाहिए। आप घर में अपनी मां को काम करते हुए देखिए, उनका टाइम मैनेजमेंट परफेक्ट होता है। आपको माइक्रो मैनेजमेंट करना है कि किस विषय को कितना टाइम देना है।

एक एग्जाम के कारण जीवन एक स्टेशन पर नहीं रुकता
हम दिन-रात हम कॉम्पिटिशन के भाव में जीते हैं। हम अपने लिए जियें, अपने में जियें, अपनों से सीखते हुए जियें। सीखना सबसे चाहिए लेकिन अपने भीतर के सामर्थ्य पर भी बल देना चाहिए। एक एग्जाम के कारण जीवन एक स्टेशन पर रुकता नहीं है।

परिवार के लोगों को बच्चों से अपेक्षाएं
पीएम ने कहा कि परिवार के लोगों को बहुत अपेक्षाएं होना बहुत स्वाभाविक है और उसमें कोई गलत भी नहीं है, लेकिन अगर परिवार के लोग अपेक्षाएं सोशल स्टेटस के कारण कर रहे हैं तो वो चिंता का विषय है।

आप स्मार्ट हैं या गैजेट स्मार्ट
मोदी ने कहा कि सबसे पहले तो आपको यह निर्णय करना है कि आप स्मार्ट हैं या गैजेट स्मार्ट हैं। कभी-कभी आप खुद से ज्यादा स्मार्ट अपने गैजेट को मान लेते हैं और गलती वहीं से शुरू होती है। आप जितना स्मार्टली गैजेट का इस्तेमाल करेंगे उतने ही अच्छे परिणाम मिलेंगे।

आलोचना करने वाला कौन, ये महत्वपूर्ण
कभी-कभी होता है कि आलोचना करने वाला कौन है ये महत्वपूर्ण होता है। जो अपना है वे कहता है तो आप उसे सकारात्मक लेते हैं, लेकिन जो आपको पसंद नहीं है वे कहता है तो आपको गुस्सा आता है। आलोचना करने वाले आदतन करते रहते हैं तो उसे एक बक्से में डाल दीजिए क्योंकि उनका इरादा कुछ और है।

भारत आज दुनिया में आशा की किरण
आज दुनिया में आर्थिक तुलनात्मक में भारत को एक आशा की किरण के रूप में देखा जा रहा है। 2-3 साल पहले हमारी सरकार के विषय में लिखा जाता था कि इनके पास कोई अर्थशास्त्री नहीं है सब सामान्य हैं, पीएम को अर्थशास्त्र के बारे में कुछ नहीं पता। जिस देश को सामान्य कहा जाता था वे आज चमक रहा है।

सत्य को स्वीकार करें
एक बार आपने इस बात को स्वीकार कर लिया कि मेरी ये क्षमता है ये स्थिति है, तो मुझे इसके अनुकूल चीजें खोजनी होगी। ज्यादातर लोग सामान्य होते हैं, असाधारण लोग बहुत कम होते हैं। सामान्य लोग असामान्य काम करते हैं और जब सामान्य लोग असामान्य काम करते हैं तब वे ऊंचाई पर जाते हैं।

स्मार्टली हार्डवर्क करना चाहिए
मोदी ने छात्रों से कहा, “पहले काम को समझिए। हमें भी जिस चीज की जरूरत है उसी पर फोकस करना चाहिए। अगर मुझे कुछ अचीव करना है तो मुझे स्पेसिफिक एरिया पर फोकस करना होगा, तभी परिणाम मिलेगा। हमें स्मार्टली हार्डवर्क करना चाहिए, तभी अच्छे परिणाम मिलेंगे।

नकल करने वाले छात्रों को सलाह
पीएम ने कहा कि कुछ छात्र नकल करने के तरीके ढूंढने में तेज होते हैं। ऐसे छात्र छोटे-छोटे अक्षरों की पर्चा बनाते हैं। इसके बजाय ऐसे छात्रों को इस टैलेंट का इस्तेमाल सीखने में लगाना चाहिए। छात्र ये बात समझ कर चलें कि अब जिंदगी और जगत बहुत बदल चुका है। आज आपको डगर-डगर पर परीक्षा देनी है। इसलिए जो नकल करने वाला है वो एक-दो एग्जाम तो पार कर जाएगा, लेकिन जिंदगी कभी पार नहीं कर पाएगा।

परीक्षा में चीटिंग से कैसे बचें?
पीएम ने इसका जवाब देते हुए कहा कि मेहनती छात्रों को इसकी बहुत चिंता जरूर होती है कि दूसरे छात्र नकल करके पास हो जाते हैं। कई छात्र गर्व से कहते होंगे कि मैंने टीचर को बेवकूफ बना दिया। मूल्यों में खतरनाक बदलाव आया है। कूछ स्कूल या टीचर, जो ट्यूशन देते हैं। उनको लगता है कि मेरा छात्र अच्छे नंबर से पास हो जाए, तो वे उनको मदद करते हैं।

पीएम मोदी की छात्रों को सलाह
पीएम मोदी ने सलाह देते हुए कहा कि समय प्रबंधन केवल परीक्षाओं के लिए ही नहीं, बल्कि आपके दैनिक जीवन में भी महत्वपूर्ण है, बस अपने काम को प्राथमिकता दें।

परीक्षा पर चर्चा मेरी भी परीक्षा
पीएम ने कहा कि परीक्षा पर चर्चा मेरी भी परीक्षा है और देश के कोटि-कोटि विद्यार्थी मेरी परीक्षा ले रहे हैं। मुझे ये परीक्षा देने में आनंद आता है।