मेड़ता। मेड़ता कृषि उपज मंडी में व्यापारिक सप्ताह के पहले दिन सोमवार को जीरे ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। जीरे के भाव 32,000 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गए। शनिवार को जीरे के अधिकतम भाव 30,500 रुपए प्रति क्विंटल रहे थे। ऐसे में जीरे के भावों में 1500 रुपए प्रति क्विंटल का उछाल देखने को मिला है।
मंडी के जीरा व्यापारी रामअवतार चितलांगिया ने बताया कि मंडी में जीरे के अधिकतम भाव 32,000 रुपए प्रति क्विंटल रहे, जबकि न्यूनतम भाव 26,000 रुपए प्रति क्विंटल रहे। इसी तरह दिनभर में कृषि उपज मंडी में करीब 700 बोरी जीरे की आवक हुई, इसमें से 100 बोरी जीरे की ढेरी बोली 32 हजार रुपए प्रति क्विंटल रही।
बता दें, मेड़ता मंडी में पहली बार जीरे के भाव 32 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंचे हैं। इससे पहले कभी भी जीरे के भाव इतने तेज नहीं रहे। दिसंबर महीने के दूसरे सप्ताह की शुरुआत से जीरे के भावों में उछाल का दौर शुरू हुआ था, जो अब तक निरंतर जारी है।
एक सप्ताह पहले 4-5 दिन जीरे के भाव स्थिर रहे थे मगर अब भावों में फिर से उछाल देखने को मिल रहा है। जीरे के इतने अधिक भाव मिलने पर किसानों की खुशी का भी कोई ठिकाना नहीं रहा है।
पिछले एक सप्ताह में जीरे के भाव
तारीख – भाव (प्रति क्विंटल में)
26 दिसंबर – 29,000
27 दिसंबर – 28,800
28 दिसंबर – 28,802
29 दिसंबर – 29,400
30 दिसंबर – 30,550
31 दिसंबर – 30,500
02 जनवरी – 32,000
मंडी व्यापारी सुमेरचंद जैन ने बताया कि वैसे देखा जाए तो मंडी में अभी नया जीरा नहीं आया है। यह पिछले साल का जीरा आ रहा है। मंडी में पिछले एक महीने से रोजाना 600 से 800 या फिर एक हजार बोरी जीरे की आवक हो रही है। ऑफ सीजन में भी इतनी आवक की वजह जीरे के भावों में उछाल को ही माना जा रहा है।
इस वजह से जीरे में उछाल
बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक इस बार जीरे की बुवाई कम हुई है और जहां हुई भी है वहां इसका उत्पादन काफी कम है। यूरोपीय कंट्रीज में भी जीरे की डिमांड बनी हुई है। ऐसे में भारतीय और विदेशी बाजार दोनों में जीरे की बढ़ी डिमांड और नेशनल कॉमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज यानी (NCDEX) में तेजी की वजह से जीरे के भावों में उछाल का दौर जारी है।