स्पीकर बिरला के प्रयासों से वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने दी स्वीकृति
नई दिल्ली/कोटा। इटावा में कैथूदा गांव के निकट झरेल के बालाजी के पास चंबल नदी पर हाई लेवल ब्रिज का निर्माण होगा। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयास से केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने इसके लिए स्वीकृति जारी कर दी है।
इटावा, बारां और मध्य प्रदेश के सीमावर्ती जिलों से सवाई माधोपुर और जयपुर को जोड़ने में खातौली, कैथूदा सवाई माधोपुर सड़क की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस मार्ग पर कैथूदा के पास चंबल नदी पर एक कम ऊंचाई का काफी पुरानी पुलिया बनी हुई है। बरसात के दिनों में जलस्तर बढ़ने पर यह पुलिया डूब जाती है जिससे कनेक्टिविटी भी खत्म हो जाती है।
क्षेत्र के लोग लम्बे समय से यहां हाई लेवल ब्रिज के निर्माण की मांग कर रहे थे। करीब दो वर्ष पूर्व हाई लेवल ब्रिज स्वीकृत हुआ लेकिन वन क्षेत्र में आने के कारण यहां निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो सका। लोगों ने स्पीकर बिरला को इसकी जानकारी दी तो उन्होंने केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से इसकी स्वीकृति दिलाने के प्रयास प्रारंभ किए। वे इसको लेकर मंत्रालय से निरंतर सम्पर्क बनाए हुए थे।
मंत्रालय की गुरूवार को केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डा. भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक में वन क्षेत्र में निर्माण की स्वीकृति जारी कर दी गई। इससे अब जल्द ही कैथूदा गांव के बाहर पुल का निर्माण कार्य प्रारंभ हो सकेगा। यह पुल धर्मपुरिया में उतरेगा।
1880 मीटर लंबा होगा पुल
झरेल के बालाजी के पास चंबल नदी पर बनने वाला हाई लेवल ब्रिज 1880 मीटर लंबा होगा जिसके निर्माण पर लगभग 165 करोड़ रूपए का खर्च आएगा। इसके बनने के बाद बरसात के दिनों में कोटा होकर गुजरने की परेशानी दूर हो जाएगी, जिससे वाहनों को भी करीब 25 किमी दूरी कम तय करनी पड़ेगी।