नई दिल्ली। दुनिया की सबसे पुरानी, सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमत में शुक्रवार को अचानक भारी गिरावट देखने को मिली। यह आठ फीसदी से अधिक गिरावट के साथ तीन हफ्ते के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई। इसकी कीमत 22,000 डॉलर से नीचे आ गई।
जानकारों का कहना है कि अमेरिकी फेड रिजर्व आने वाले दिनों में ब्याज दरों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी रख सकता है। महंगाई को काबू में करने के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी जारी रहने का अनुमान है। Coin DCX Research Desk के मुताबिक इस हफ्ते की शुरुआत में बिटकॉइन की कीमत 25,200 डॉलर पहुंच गई थी लेकिन इसके बाद से इसमें गिरावट आई है।
बिटकॉइन का कुल मार्केट कैप गिरकर 415.62 अरब डॉलर रह गया है। पिछले साल नवंबर में इसकी कीमत 68,000 डॉलर पहुंच गई थी लेकिन उसके बाद इसमें भारी गिरावट आई है। बिटकॉइन शाम छह बजे 8.81 फीसदी गिरावट के साथ 1879013 रुपये पर ट्रेड कर रही थी।
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ईथर (Ether) की कीमत में भी गिरावट आई है। यह 8.46 फीसदी की गिरावट के साथ 145811 रुपये पर ट्रेड कर रही थी। इस बीच Tether 0.04 फीसदी तेजी के साथ 86.29 रुपये पर ट्रेड कर रही थी जबकि यूएसडी कॉइन (USD Coin) भी 0.05 फीसदी के साथ 87.80 रुपये पर पहुंच गई।
कितने लोगों के पास है क्रिप्टोकरेंसी
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2021 में कुल आबादी में से 7.3 फीसदी लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी थी। कोरोना काल में दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। दुनिया में आबादी के अनुपात के हिसाब से सबसे ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी यूक्रेन के लोगों के पास है। वहा 12.7 फीसदी लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी है। रूस में 11.9 फीसदी, वेनेजुएला में 10.3 फीसदी, सिंगापुर में 9.4 फीसदी, केन्या में 8.5 फीसदी और अमेरिका में 8.3 फीसदी लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी है।