नई दिल्ली। सरकार ने बीते वित्त वर्ष के लिए देश की जीडीपी (India GDP Growth Rate) के आंकड़ें जारी कर दिये हैं। भारत की आर्थिक वृद्धि दर में और गिरावट देखने को मिली है। बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में भारत की जीडीपी (India GDP in Q4 FY22) ने 4.1 फीसद की दर से वृद्धि की है। वहीं, पूरे वित्त वर्ष 2021-22 में देश की जीडीपी ग्रोथ 8.7 फीसदी रही है।
बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में वैश्विक सप्लाई और उच्च लागत से जुड़ी बाधाएं देखने को मिली थीं। साथ ही जनवरी में ओमिक्रोन से जुड़े प्रतिबंधों के कारण भी ग्रोथ रेट कम रही है। सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार जनवरी से मार्च की तिमाही में देश की जीडीपी में 4.1 फीसदी की दर से वृद्धि हुई। तीसरी तिमाही में यह दर 5.4 फीसदी थी। इससे पहले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 8.5 फीसदी और पहली तिमाही में 20.3 फीसदी रही थी।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट 8.7% रही है। सरकार ने अपने दूसरे अग्रिम अनुमान में वित्त वर्ष 2022 के लिए ग्रोथ रेट 8.9 फीसदी बताई थी। एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था ने महामारी से पैदा हुई मंदी से उबरना शुरू ही किया था, कि जनवरी में ओमिक्रॉन के मामलों में वृद्धि से कोरोना महामारी से जुड़े कुछ प्रतिबंध वापस आ गए थे। फरवरी में यूक्रेन में युद्ध ने इसके संकट को और बढ़ा दिया, जिससे कमोडिटी की कीमतें बढ़ गईं और आपूर्ति में और कमी आई।
अनुमान से कम रहा राजकोषीय घाटा
सरकार वित्त वर्ष 2021-22 में राजकोषीय घाटे (fiscal deficit) को बजट अनुमान से कम रखने में कामयाब रही है। वित्त वर्ष 2021-22 में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 6.71 फीसदी पर रहा है, जो 6.9 फीसदी के संशोधित बजट अनुमान से कम है। मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकडों के मुताबिक सरकार ने पहले इसके 6.8 फीसदी पर रहने का पूर्वानुमान जताया था, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 6.9 फीसदी कर दिया गया था। महालेखा नियंत्रक (CGA) की तरफ से जारी आंकड़े बताते हैं कि मार्च 2022 में समाप्त वित्त वर्ष के लिए वास्तविक रूप में राजकोषीय घाटा 15,86,537 करोड़ रुपये रहा है, जो जीडीपी का 6.7 फीसदी है।
21.68 लाख करोड़ की रहीं रेवेन्यू रिसिप्ट्स
सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि राजस्व प्राप्तियां (revenue receipts) वित्त वर्ष 2022 में 21.68 लाख करोड़ या संशोधित अनुमान का 104.3 फीसदी रही है, जबकि शुद्ध कर राजस्व (Net Tax Revenue) 18.2 लाख करोड़ रहा है।