कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद जगह-जगह हो रही हिंसा को लेकर ममता बनर्जी सरकार निशाने पर है। अब भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस का झगड़ा विधानसभा तक पहुंच गया है। सोमवार को बंगाल विधानसभा के अंदर बीजेपी और टीएमसी विधायकों के बीच जमकर मारपीट हुई।
इस मारपीट में बीजेपी विधायक असित मजूमदार घायल हो गए और मनोज तिग्गा के कपड़े फाड़े गए।असित मजूमदार को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इधर इस घटना के लेकर बीजेपी, टीएमसी की ममता सरकार पर हमलावर हो गई है। उधर विधानसभा स्पीकर ने सुवेंदु अधिकारी समेत पांच विधायकों को सस्पेंड कर दिया है।
सोमवार को पश्चिम बंगाल में विधानसभा सत्र बुलाया गया। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायकों ने टीएमसी सरकार पर आरोप लगाए। राज्य में हिंसा और कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए। विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सत्र की शुरुआत में बोलना शुरू किया।
कहा जा रहा है कि विपक्ष के नेता के बोलने के दौरान टीएमसी ने हंगामा शुरू कर दिया। उधर बीजेपी के विधायकों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान दोनों पक्षों से जमकर बहस और नारेबाजी हुई। विधायक सीटों से उठकर वेल पर आ गए। आपस में धक्का-मुक्की करने लगे। मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने शांत करने का प्रयास किया तो उनके साथ भी धक्कामुक्की की गई।
आरोप है कि कागज के टुकड़े फाड़कर स्पीकर पर उड़ाए गए। बेल में उतरकर नारेबाजी और मारपीट की गई। इस दौरान विधायक नरहरि महतो गिर गए। बीजेपी विधायक मनोज टिग्गा ने आरोप लगाया कि उनके कपड़े फाड़कर उन्हें पीटा गया। वहीं बीजेपी विधायक असित मजूमदार के घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
‘क्या छिपाना चाहती हैं ममता?’
विधानसभा के अंदर हुई इस मारपीट का वीडियो पोस्ट करते हुए बीजेपी आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने ममता बनर्जी को निशाने पर लिया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘पश्चिम बंगाल विधानसभा में भगदड़। बंगाल के राज्यपाल के बाद, टीएमसी विधायकों ने अब मुख्य सचेतक मनोज तिग्गा सहित भाजपा विधायकों पर हमला किया, क्योंकि वे सदन के पटल पर रामपुरहाट हत्याकांड पर चर्चा की मांग कर रहे थे। क्या छुपाना चाहती हैं ममता बनर्जी?’