कोटा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि जीवन में हमें सदैव सत्य, न्याय और धर्म के मार्ग पर ही चलना चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि सत्य विचलित होता है, न्याय हासिल करने में बाधा आती हैं, धर्म भी अधर्म से दबता नजर आता है। लेकिन अंत में जीत सत्य, न्याय और धर्म की ही होती है। वे शुक्रवार को कैथून में आयोजित विभीषण मेले में हिरण्यकश्यप के पुतला दहन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
स्पीकर बिरला ने कहा कि भारत त्योहारों की धरती है। यहां हर दिन एक त्यौहार है जो संस्कृति और परंपराओं के माध्यम से हमारे जीवन में उत्साह और उत्सव का संचार करते हैं। यह त्योहार हमें जोड़ते हैं तथा समाज में एकता को बढ़ावा देते हैं।
उन्होंने कहा कि विभीषण मेला हमारे धर्म और आस्था का केंद्र हैं। यह मंदिर सामाजिक समरसता को बढ़ाने तथा पूरे विश्व को सद्मार्ग और कल्याण के पथ पर चलने का प्रेरित करता है। विभीषण ने रावण का सलाह दी थी असत्य और अधर्म छोड़ कर सत्य और धर्म के मार्ग पर चलें। यह मंदिर उसी संदेश को सम्पूर्ण विश्व में प्रसारित कर रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारे इतिहास के विभिन्न काल खंडों में रची-बसी अनेक गाथाएं हैं। जब शासन ने जनता पर अत्याचार किया और उनका विरोध करने वालों को कष्ट सहने पड़े। सत्य परेशान जरूर हुआ लेकिन अंत में जीत सत्य की हुई है। यह वृतांत हमें नसीहत भी देते हैं कि धर्म का मार्ग ही सर्वश्रेष्ठ मार्ग है। सत्य का मार्ग ही कल्याण का मार्ग है। न्याय और अच्छाई के मार्ग पर चलने में ही सबकी भलाई है।
विभीषण मंदिर में किए दर्शन
कार्यक्रम से पूर्व लोकसभा अध्यक्ष बिरला विभीषण मंदिर पहुंचे और दर्शन किए। उन्होंने कहा कि विभीषण मंदिर के एक ओर चारचैमां का मंदिर है तो दूसरी ओर भगवान गणेश का मंदिर जो कैथून सहित सम्पूर्ण हाड़ौती में बसी आध्यात्मिकता का परिचायक है।