निवेशकों की बिकवाली से सेंसेक्स 329 अंक टूटकर 57,788 पर बंद

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मुंबई। शेयर बाजारों में बुधवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 329 अंक टूटकर बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति पर निर्णय की घोषणा से पहले निवेशक जोखिम लेने से बचे। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर के 20 महीने के निचले स्तर पर आने तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली जारी रहने से भी शेयर बाजारों पर प्रतिकूल असर पड़ा।

तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 329.06 अंक यानी 0.57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,788.03 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 103.50 अंक यानी 0.60 प्रतिशत टूटकर 17,221.40 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में 3.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ सर्वाधिक नुकसान में बजाज फाइनेंस रही। इसके अलावा बजाज फिनसर्व, आईटीसी, टीसीएस, टाइटन, एचसीएल टेक और एचडीएफसी के शेयर भी नुकसान में रहे। दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में सन फार्मा, कोटक बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति, एलएंडटी तथा एनटीपीसी शामिल हैं। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 21 नुकसान में रहे।

शेयर बाजार में गिरावट की वजह
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व के उदार नीतिगत रुख को समाप्त कर उसे कड़ा किये जाने की आशंका में घरेलू बाजार नीचे आया। ऐसा संभावना है कि मुद्रास्फीति दबाव के बीच अमेरिकी केंद्रीय बैंक बांड खरीद कार्यक्रम को तेजी से समाप्त करने और 2022 में नीतिगत दर में वृद्धि का संकेत दे सकता है।’’

रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि सभी की नजरें अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बुधवार को होने वाली बैठक पर है। उन्होंने कहा, ‘‘ज्यादातर विश्लेषकों को उम्मीद है कि समिति कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमीक्रोन से उत्पन्न चुनौतियों को देखते हुए नीतिगत दर को बरकरार रखेगी। बांड खरीद कार्यक्रम, मुद्रास्फीति और वृद्धि को लेकर बयान महत्वपूर्ण होगा।’’