नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि आजादी की 75 वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए हमें देश में सामाजिक-आर्थिक बदलाव लाने के लिए समर्पण भावना से काम करना चाहिए। भगवान बुद्ध की इस धरती से हम देश की उन्नति और मानव सेवा का संकल्प साथ लेकर जाएं। वे मंगलवार को उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर में आयोजित कपिलवस्तु महोत्सव को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आध्यात्म और सांस्कृतिक विविधता से परिपूर्ण उत्तर प्रदेश की धरती शौर्य और वीरता की भी प्रतीक है। इसी धरती पर भगवान राम और महात्मा बुद्ध सहित अनेक विभूतियों ने जन्म लिया और विश्व को प्रेम, करूणा, शांति, सेवा और सहिष्णुता का संदेश दिया।
बिरला ने कहा की हमारी लोकतंत्र की यात्रा को 75 वर्ष हो रहे हैं। इस 75 वर्षों की यात्रा में हमारा संकल्प है कि हम लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाएं। इसके लिए केंद्र और राज्यों की सरकारें भी काम कर रही हैं और अनेक योजनाएं लाई हैं। उन योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति को मिले इसके लिए हमें सामूहिकता के साथ प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि जब देश की आजादी के 100 साल हों तो भारत दुनिया का सबसे मजबूत और सशक्त देश हो।
बिरला ने ये भी कहा की कपिलवस्तु महोत्सव कला संस्कृति और परंपरा का अनूठा संगम है। ऐसे महोत्सव संस्कृति और विरासत को आगे बढ़ाते हैं बल्कि स्थानीय उत्पादो के लिए बाज़ार भी प्रदान करती है। आत्मनिर्भर भारत पर बल देते हुए स्पीकर बिरला ने कहा कि आज हर जिला अपने एक उत्पाद को प्रमोट करने की भावना के साथ आगे बढ़े। इससे हम पूरे विश्व में अपने उत्पादों की एक अलग पहचान स्थापित कर पाएंगे।
सिद्धार्थ नगर की यात्रा के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ने खेल महाकुंभ में भी भाग लेकर युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया। इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री पंकज चौधरी, सांसद जगदंबिका पाल, रवि किशन व सतीश द्विवेदी भी साथ रहे।